-
Advertisement
नेरवा में घर के बाहर से डेढ़ साल के बच्चे को उठा ले गया तेंदुआ
नेरवा। हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में जंगली जानवरों ( Wild animals)का खौफ बना हुआ है। ये जानवर रिहायशी इलाकों में घुसकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसा ही कुछ चौपाल उपमंडल की ग्राम पंचायत रुसलाह में भी हुआ यहां पर एक डेढ़ साल के बच्चे को तेंदुआ ( Leopard) उठा ले गया। जब बच्चे के परिजनों ने शोर मचाया तो कुछ दुरी पर तेंदुआ बच्चे को छोड़ कर भाग गया । माता-पिता घायल बच्चे के नेरवा अस्पताल ( Nerwa Hospital) लेकर आए लेकिन यहां पर डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। बच्चे का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है।
यह भी पढ़ें :- Chamba: मवेशियों को चरा रही थी युवती, आ धमका तेंदुआ- बकरी को बनाया शिकार
घटना गत रात साढ़े आठ बजे की है। ग्राम पंचायत रुसलाह शेईला गांव में रह रहे नेपाली मूल के व्यक्ति दिनेश बहादुर की पत्नी कविता देवी खाना बना रही थी। अचानक उनका बच्चा दरवाजे से बाहर निकला। तभी वहां पर घात लगा कर बैठा तेंदुआ बच्चे पर झपट पड़ा तथा उसने बच्चे को उठाकर दूर पटक दिया। जैसे ही बच्चे की मां कविता देवी ने तेंदुए को देखा तो वह जोर-जोर से चीखने लगी। जब दिनेश बहादुर व आसपास के लोगों ने पीछा किया तो कुछ दूरी पर बच्चे को घायल अवस्था में पाया।
[img src=” https://himachalabhiabhi.com/wp-content/uploads/2020/02/Bhushan-Jewellers-3.jpg”]
घायल बच्चे को उपचार के लिए सिविल अस्पताल नेरवा लाया गया लेकिन वहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रशासन की ओर से पीड़ितों को अभी तक कोई भी फौरी राहत नहीं दी गई। तहसीलदार नेरवा अरुण कुमार शर्मा का कहना है कि यह मामला वन विभाग का है। इसकी सूचना वन विभाग को दे दी है। उधर डीएफओ चौपाल का कहना है कि जैसे ही पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आती है जो भी मुआवजा होगा वह पीड़ित परिवार को दिया जाए। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने फॉरेस्ट विभाग को दो-तीन बार पहले भी तेंदुए की इस इलाके में चहलकदमी को लेकर लिखित रूप में शिकायत की थी लेकिन आज तक इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं की।
[img src=”https://himachalabhiabhi.com/wp-content/uploads/2020/09/Samagra-Shiksha.jpg”]