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विनोद ने दूसरे का परिवार सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया, पर पीछे खो दिए अपने
सतौन। जिला सिरमौर (Sirmour) के सिरमौरी ताल (Sirmouri Tal) में कुदरत ने बुधवार रात ऐसा कहर बरपाया कि 10 मिनट के भीतर सब-कुछ खत्म कर दिया। मां-बाप रहे न पत्नी और न ही दो मासूम बच्चे। एक ही मकान में रहने इस परिवार में सिर्फ विनोद बचा है, जो किसी जिंदा लाश से कम नहीं है। बुधवार देर रात बादल फटने और बाढ़ (Cloud Burst and Flood) के कारण विनोद का मकान गिर गया (House Collapsed) और पांचों लोग मलबे में दब गए थे।
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मामा की लड़की और उसके बच्चों को छोड़ने गया था
मलबे में दफन अपनों के शव निकलते ही विनोद बार-बार बेसुध हो रहा है। एक हंसता-खेलता परिवार चंद मिनटों में ही तबाही के इस मंजर की भेंट चढ़ गया। बादल फटने की घटना के दौरान विनोद अपने मामा की लड़की और उसके बच्चों को सुरक्षित स्थान पर छोडऩे 100 मीटर दूर गया था। इस बीच, जैसे ही वह वापस पहुंचा तो हर तरफ मलबा (Debris) था। उसका घर, गोशाला मलबे में दफन हो गई थी।
वापस आया तो सब खत्म हो चुका था
न कहीं घर नजर आया और न ही अपनों की आवाजें सुनने को मिली। इस मंजर के बीच विनोद के जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज सुन ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो सब कुछ खत्म हो चुका था। घर में अपने बूढ़े मां-बाप, पत्नी और बच्चे भी इसी मलबे की भेंट चढ़ चुके थे। घर का नामोनिशान मिट गया था। हर तरफ खामोशी और सन्नाटा पसरा था।
जख्म जो जीवनभर नहीं भरेंगे
अंधेरे में विनोद समेत ग्रामीण अपनों को मलबे के ढेर में तलाशते रहे, लेकिन कौन कहां और कैसी हालत में पड़ा है, इसका पता नहीं लग सका। इस हादसे ने विनोद को ऐसे जख्म दिए कि जीवन भर वह इस सदमे से नहीं उभर पाएगा।