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हिमाचल को गहरे जख्म देने के बाद भी शांत होने के मुड में नहीं मौसम, येलो अलर्ट जारी
शिमला। हिमाचल प्रदेश में सोमवार को हुई भारी बारिश (Rain) के बाद से बिगड़े हालात अभी भी पूरी तरह से नहीं सुधरे हैं। बुधवार शाम तक प्रदेश में 23 सड़कें अभी भी यातायात के लिए बहाल नहीं हो पाई हैं। हालांकि लोक निर्माण विभाग (PWD) ने ठप हुई 110 सड़कों (Road) में से 87 बहाल कर दी हैं। इसके अलावा प्रदेश भर में 181 पेयजल योजनाएं अभी भी प्रभावित चल रही हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला (Meteorological Center Shimla) ने गुरुवार और शुक्रवार के लिए येलो अलर्ट (yellow alert) जारी किया है। 17 और 18 जुलाई को कई क्षेत्रों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है।
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बुधवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहा। शिमला (Shimla) में सुबह के समय हल्की बूंदाबांदी जरूर हुई लेकिन उसके बाद मौसम साफ रहा। कुल्लू जिले में औट-लारजी-सैंज मार्ग पागलनाला में बाढ़ से 10 घंटे अवरुद्ध रहा। दोनों तरफ करीब 100 वाहन फंसे रहे। जिला कुल्लू और लाहुल-स्पीति (Lahul spiti) में 10 सड़कों के साथ पेयजल और सिंचाई की 110 स्कीमों को नुकसान हुआ है। सिरमौर में बारिश से बंद 10 सड़कों पर अभी आवाजाही बहाल नहीं हो पाई। इससे लोक निर्माण विभाग को 74 लाख का नुकसान हुआ। नाहन के हरिपुरधार में डंगा गिरने से तीन लोगों के घरों को खतरा हो गया है।
बुधवार को ऊना में अधिकतम तापमान 36.8, कांगड़ा में 33.0, बिलासपुर में 32.0, हमीरपुर में 31.1, चंबा में 31.3, सोलन में 27.2, नाहन में 25.7, कल्पा में 23.3, शिमला में 22.3, डलहौजी में 20.7 और केलांग में 19.1 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अलर्ट जारी कर कहा कि भारी बारिश से पेड़ गिरने और भूस्खलन का खतरा हो सकता है। ऐसे में सैलानियों व स्थानीय लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की अपील की गई है।
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