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हिमाचल में जल प्रलय से 51 लोगों की मौत, सीएम ने सभी डीसी से ली नुकसान की जानकारी
Last Updated on August 14, 2023 by sintu kumar
हिमाचल प्रदेश में बारिश का तांडव जारी है। प्रदेश के कई हिस्सों में जगह-जगह बादल फटने व भूस्खलन से अब तक 50 लोगों की जान जा चुकी है और करीब 30 लोगों की मलबे में दबने होने की आशंका है। मंडी जिले में 19, राजधानी शिमला 14, सोलन 11, कांगड़ा-हमीरपुर 3-3, चंबा और सिरमौर में 1-1 लोगों की जान गई है। शिमला, सोलन, कांगड़ा में एक-एक और मंडी में दो जगह बादल फटे हैं। जगह-जगह भूस्खलन से पांच नेशनल हाईवे सहित 800 से ज्यादा सडक़ें बंद हैं। साथ ही 3000 से ज्यादा ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं। इसी बीच सरकार ने फैसला लिया है कि स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त को सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे। प्रदेश को दुर्गम इलाकों में जो नुकसान हुआ है उसकी जानकारी ही नहीं मिल पाई है। मंडी जिले में सबसे अधिक 345, शिमला 115 और हमीरपुर में 124 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं।
नदी-नालों के किनारे ना जाने की सलाह
प्रदेश में प्राकृतिक आपदा के चलते नदी-नाले उफान पर हैं। ऐसे में पुलिस मुख्यालय और ट्रेफिक टूरिस्ट एवं रेलवे पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर लोगों को नदी-नालों के किनारे ना जाने की सलाह दी है। नदी के किनारे भवनों को खाली कराया जा रहा है। पुलिस की ओर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों और नदियों के आसपास पेट्रोलिंग की जा रही है। 15 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश के कई भागों में 20 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए किन्नर कैलाश यात्रा को दूसरी बार स्थगित करना पड़ा है।
एक दिन में सबसे अधिक बहुमूल्य जान गई है
सीएम सुक्खू ने कहा कि पिछले दो दिन से हो रही भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के इतिहास में एक दिन में सबसे अधिक बहुमूल्य जान गई है, जबकि 13 लोग अभी भी लापता हैं। सीएम ने कहा कि भारी बारिश से लोगों को हो रही परेशानियों को दूर करना सरकार की पहली प्राथमिकता है और परेड को भी स्केल डाउन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक संख्या में जवान राहत और बचाव कार्यों में तैनात किए जाएंगे और लोगों को राहत पहुंचाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि नालागढ़ से एनडीआरएफ की टुकड़ी शिमला पहुंच गई है। सीएम सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में लगभग 1200 सड़कें प्रभावित हुई हैं, जिन्हें बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंनेे कहा कि 600 सड़कों को आज शाम तक खोल दिया जाएगा और 300 सड़कों को कल तक बहाल कर दिया जाएगा।
पेड़ों को तुरंत हटा कर सड़कों को बहाल किया जाए
सीएम सुक्खू ने कहा इस बारिश के कारण जिला सोलन, शिमला, मंडी और हमीरपुर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। उन्होंने अधिकारियों को प्रभावितों की हरसंभव मदद प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने शिमला शहर में बंद सड़कों को जल्द से जल्द खोलने के निर्देश दिए और कहा कि गिरे हुए पेड़ों को तुरंत हटा कर सड़कों को बहाल किया जाए। खतरनाक हो चुके पेड़ों को चिन्हित कर सुबह तक उसकी रिपोर्ट उन्हें प्रदान करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रभावित पेयजल योजनाओं को जल्द से जल्द बहाल कर लोगों को पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।उन्होंने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के उपायुक्तों से विद्युत, जलापूर्ति योजनाओं और सड़कों की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए ताकि लोगों की परेशानियों को कम किया जा सके।
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