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हिमाचल: रिज पर चांद के दीदार के बाद सुहागिनों ने खोला करवाचौथ का व्रत, चांद ने आधा घंटा ली परीक्षा
शिमला। हिमाचल में सुहागिनों का त्यौहार करवाचौथ (Karva Chauth) आज बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। राजधानी शिमला (Shimla) के रिज (Ridge)पर सुहागिनों ने चांद को देखकर और अपने जीवनसाथी को छलनी में देखने के बाद अपना व्रत खोला। हालांकि खराब मौसम ने महिलाओं को करीब आधा देर से चांद के दीदार हुए। सुबह से भूखी प्यासी चांद देखने के लिए व्रती महिलाएं परेशान भी दिखीं। तय समय पर जब चांद (Moon) नहीं निकला तो महिलाओं की चिंता और भी बढ़ने लगी। चांद निकलने का समय रात 7:59 बजे था, लेकिन चांद बादलों के बीच लुकाछिपी दिखाते हुए 8:34 निकला। दिन भर बारिश रहने के कारण बाजारों सहित मालरोड व रिज पर लोगों की आवाजाही कम रही। बारिश के बाद मौसम ठंडा हो गया थाए इस कारण भी महिलाएं कम संख्या में घर से निकलीं। अधिकतर महिलाओं ने घर पर रहकर व्रत पूरा किया।
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पर्यटन विकास निगम दिए थे आकर्षक ऑफर
बता दें कि करवाचौथ के अवसर पर इस बार हिमाचल पर्यटन विकास निगम (Himachal Tourism Development Corporation) ने नव विवाहित जोड़ों के लिए करवाचौथ और वीकेंड के अवसर पर आकर्षक ऑफर दिए थे। पहली बार पर्यटन विकास निगम के अलावा शहर के निजी होटलों और ट्रेवल एजेंट्स एसोसिएशन ने नव विवाहित जोड़ों के लिए डिस्काउंट पैकेज जारी किए थे। शहर के होटलों में करवाचौथ पर रूम बुकिंग पर 40 फीसदी तक डिस्काउंट दिया जा रहा था। टूरिज्म इंडस्ट्री स्टेक होल्डर्स एसोसिएशन के मुख्य सलाहकार गोपाल अग्रवाल ने बताया कि रिज पर होने वाला करवाचौथ का इवेंट देश भर में प्रसिद्ध है। इसलिए होटलों में रूम बुकिंग पर डिस्काउंट जारी किए गए हैं।
खराब मौसम बना रहा बाधा
शिमला में रविवार सुबह से बारिश का मौसम बना रहा। जिससे सुहागिनों के चेहरे मुर्झाए रहे। दोपहर बाद हल्की सी धूप खिली तो महिलाओं में उत्साह दिखाए लेकिन थोड़ी देर बाद दोबारा बादल छाने के कारण चांद ना निकलने की आशंका बढ़ती रही। पूरे हिमाचल मंे विवाहित महिलाओं ने तड़के चार बजे उठकर सरगी के साथ व्रत की शुरुआत की। दिनभर निर्जल रहने के बाद महिलाओं ने शाम को करवाचौथ की कथा पढ़ी। शहरभर में जगह.जगह महिलाएं इकट्ठा होकर कथा पढ़ती रहीं। इस दौरान महिलाओं ने एक.दूसरे को सुहागी की थाल भेंट की। मान्यता है कि एक.दूसरे को श्रृंगार की वस्तुएं देकर महिलाएं अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद पाती हैं।
बता दें कि राजधानी शिमला के रिज पर हर वर्ष हजारों महिलाएं करवाचौथ का व्रत खोलने पहुंचती हैं। इस वर्ष महिलाओं की संख्या अन्य वर्षों के मुकाबले काफी कम रही। वहीं शहर में करवाचौथ की तैयारी के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी की थी। करवाचौथ के दौरान कानून व्यवस्था बनी रहेए इसके लिए पांच अधिकारियों को शहर के पांच हिस्सों में बांटा गया था। दिन भर बारिश रहने के कारण बाजारों सहित मालरोड व रिज पर लोगों की आवाजाही कम रही। बारिश के बाद मौसम ठंडा हो गया थाए इस कारण भी महिलाएं कम संख्या में घर से निकलीं। अधिकतर महिलाओं ने घर पर रहकर व्रत पूरा किया।
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