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डीजीपी संजय कुंडू बोले, जहरीली शराब केस के सभी आरोपी जेल में
मंडी। हिमाचल पुलिस (Himachal police) ने मंडी जिला सुंदरनगर में जहरीली शराब मामले में और इस अवैध कारोबार में जुड़े सभी आरोपियों को हिरासत में लेने का दावा किया है। हिमाचल प्रदेश पुलिस के महानिदेशक संजय कुंडू (DGP Sanjay Kundu) ने कहा कि यह जांच पुलिस के लिए हिमाचल में एक नया अनुभव था, लेकिन जिस तरह से पुलिस ने टीम ने एकजुटता काम किया, इससे रैकेट में जुड़े सभी प्रमुख 19 आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है, जिनमें से 11 न्यायिक हिरासत में है और 8 पुलिस रिमांड पर है। इनसे पूछताछ लगातार जारी है। आने वाले दिनों में इस रैकेट (Racket) में शामिल कुछ और लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है। मंगलवार शाम को सुंदरनगर में संजय कुंडू ने बताया कि अब तक इस रैकेट में शामिल 5 लोगों के खिलाफ आर्थिक जांच ईडी (ED) को सौंप दी गई है और दिनों में अन्य प्रमुख आरोपियों के खिलाफ जुटाए गए सूबत भी ईडी को जांच के लिए सौंप दिए जाएंगे। पुलिस ने मामला संज्ञान में आने के बाद महज 72 घंटों में ही इस रैकेट का पर्दाफाश कर दिया था।
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इसके बाद अगले 10 दिनों में एसआईटी (SIT) ने करीब 10 हजार किलोमीटर का सफर कर इसमें शामिल सभी प्रमुख आरोपियों को हिरासत में ले लिया। उन्होंने इस मामले में एसआईटी द्वारा रात दिन की गई मेहनत को खूब सराहा है। संजय कुंडू ने बताया इस रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए अन्य राज्यों की पुलिस का पूरा सहयोग रहा, जिसके चलते ही टीम मामले का पूरी तरह से पर्दाफाश करने में सफल हो सकी। शराब के इस धंधे से जुड़े आरोपी रोजाना करीब 150 पेटी शराब बनाते थे। रैकेट से जुड़ा मुख्य किंगपिन गौरव उर्फ गौरु इस धंधे में 15 सालों से जुड़ा हुआ था। इसके खिलाफ दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज है। पुलिस के पकड़े जाने से डर से यह बार-बार अपना ठिकाना भी बदलते रहते थे। जो इनके आगे फुट सैलर (Foot Sailor) थे वह भी मोटी कमाई करते थे। उन्होंने कहा कि इस मामले में अन्य कई अहम सुराग भी हाथ लगे है। जिन्हें आने वाले दिनों में मीडिया से शेयर किया जाएगा। इस मौके पर एसआईटी इंचार्ज डीआईजी मधुसूदन, एसपी (SP) शालिनी अग्निहोत्री, एएसपी विवेक चैहल, थाना प्रभारी सुंदरनगर अंकुर शर्मा व बल्ह कमलेश कुमार भी मौजूद रहे।
लिपिक पदम मौत मामले की जांच को पुलिस को दिए दिशा.निर्देश
गोहर। जंजैहली के मझाखल निवासी लिपिक पदम मौत मामले में मंगलवार को डीजीपी (DGP) संजय कुंडू ने मझाखल गांव पहुंचकर मौत मामले को लेकर परिजनों से मुलाकात की। इस मौके पर संजय कुंडू ने पदम मौत मामले की जांच को लेकर पुलिस को उचित दिशा-निर्देश दिए। पदम के परिजन पिछले कई दिनों से उसकी मौत में उचित जांच न होने से बार बार सही जांच की मांग कर रहे थे] जिसको लेकर डीजीपी ने मंगलवार को मझाखल पहुंचकर पदम के परिजनों को जल्द उसकी मौत (Death) की उचित जांच का आश्वासन दिया। लिपिक पदम की संदिग्ध अवस्था मे मिली लाश के बाद देरी से एफआईआर (FIR) दर्ज होने के बाद ग्रामीणों ने पुलिस थाना का घेराव किया था। इस दौरान डीएसपी करसोग की ग्रामीणों के साथ नोकझोंक हुई, जिसके बाद डीएसपी करसोग को जांच से हटा दिया गया। इस मामले में डीएसपी सुंदरनगर को जांच का जिम्मा दिया गया। पुलिस ने 2 लोगों को हिरासत में लिया था। अब पदम की मौत की उचित जांच न होने पर परिजनों ने सरकार से गुहार लगाई। इसको देखते हुए मंगलवार को डीजीपी संजय कुंडू ने मझाखल गांव का दौरा किया और परिजनों को उचित जांच का आश्वासन देकर पुलिस अधिकारियों को मामले में सही जांच करने करने के दिशा-निर्देश दिए।
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