-
Advertisement
सीएम सुक्खू का निर्देशः सौर ऊर्जा योजनाओं की रूपरेखा जल्द हो तैयार
शिमला। सीएम ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhvinder singh sukhu) ने ऊर्जा विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता की और प्रदेश में सौर ऊर्जा योजनाओं (Solar Energy Schemes) की रूपरेखा जल्द से जल्द तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने 100 किलोवाट से लेकर एक मेगावाट तक की सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना पर युवाओं को 40% सब्सिडी (Subsidy) देने की घोषणा की है तथा विभाग इस योजना को जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाने के दृष्टिगत इसकी रूपरेखा शीघ्र तैयार करे।
2026 तक हरित ऊर्जा राज्य बनाने का लक्ष्य
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस योजना से जहां हिमाचली युवाओं (Himachali Youth) को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, वहीं हिमाचल को हरित राज्य (Green State) बनाने के वर्तमान राज्य सरकार के प्रयासों को भी इससे बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल को 31 मार्च, 2026 तक हरित ऊर्जा राज्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि यहां के पर्यावरण का संरक्षण किया जा सके।
40 प्रतिशत सब्सिडी भी प्रदान कर रही सरकार
राज्य सरकार सौर ऊर्जा परियोजनाओं के माध्यम से स्थापित इकाइयों से 25 वर्ष के लिए बिजली (Electricity) की खरीद करेगी, जिससे युवाओं को आय के स्थाई स्रोत प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा इकाइयां स्थापित करने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करने के दृष्टिगत राज्य सरकार 40 प्रतिशत सब्सिडी भी प्रदान कर रही है।
2023-24 में 500 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य
उन्होंने कहा, ‘नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति राज्य सरकार का यह सक्रिय दृष्टिकोण ना केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को बढ़ावा देगा, बल्कि विकास और रोजगार (Employment) के अवसर भी पैदा करेगा, जिससे हिमाचल देश में स्वच्छ ऊर्जा अपनाने में अग्रणी बनेगा।’ सीएम ने कहा कि राज्य सरकार सौर ऊर्जा के दोहन को बढ़ावा दे रही है और वर्ष 2023-24 में 500 मेगावाट सौर ऊर्जा के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
यह भी पढ़े:दिल्ली-अमृतसर से शिमला के लिए हवाई सेवा शुरू, किराए पर 50% की छूट
सौर ऊर्जा का उत्पादन महत्वपूर्ण कदम
पर्यावरण संरक्षण (Environment Protection) के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। इस दिशा में अनेकों कदम उठाए जा रहे हैं और वर्तमान राज्य सरकार ने अपना पहला बजट भी हरित बजट के रूप में प्रस्तुत किया है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल को हरित ऊर्जा राज्य बनाने और प्रदेश की ऊर्जा जरूरतों का पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा का उत्पादन महत्वपूर्ण कदम है। राज्य सरकार ई-वाहनों के संचालन को भी बढ़ावा दे रही है तथा आने वाले समय में इससे प्रदेश में बिजली की मांग और बढ़ेगी। उन्होंने 21 नवंबर को भी ऊर्जा विभाग की दोबारा बैठक बुलाई है।