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मंडी से मनाली तक खुलने लगे CNG स्टेशन, रुकेगा प्रदूषण
Last Updated on November 27, 2023 by sintu kumar
मंडी। भारत सरकार (Indian Govt.) ने प्रदूषण की रोकथाम के लिए पेट्रोल और डीजल के स्थान पर दूसरे विकल्पों को लोगों तक पहुंचाने की दिशा में कार्य करना शुरू कर दिया है। यही कारण है कि अब CNG जैसे ईंधन को अधिक बढ़ावा दिया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में CNG की खपत ना के बराबर है और इसका मुख्य कारण इसकी यहां पर कम उपलब्धता होना है। लेकिन सरकार ने अब इसकी उपलब्धता को बढ़ाना शुरू कर दिया है।
गैसोनेट कंपनी को स्टेशन खोलने का जिम्मा
गैसोनेट कंपनी को मंडी, कुल्लू, लाहुल स्पिति और किन्नौर जिलों में CNG के स्टेशन (CNG Station) खोलने का जिम्मा सौंपा गया है। कंपनी ने मनाली के साथ लगते रांगड़ी में पहला CNG स्टेशन खोल दिया है जबकि मंडी (Mandi) जिला के टकोली में शेषनाग फिलिंग स्टेशन और झीड़ी में हरबंश लाल फिलिंग स्टेशन पर जनवरी महीने में दो नए स्टेशन शुरू करने जा रही है। इनका कार्य 80 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है।
लोगों को सीएनजी की सुविधा
गैसोनेट के प्रोजेक्ट लीड सहायक प्रबंधक अलख तिवारी ने बताया कि मनाली के रांगड़ी में आईओसीएल के साथ यह स्टेशन खोला गया है। यहां पर पूरी तरह से लोगों को CNG की सुविधा मिल रही है जबकि जनवरी महीने में मंडी जिला में दो और CNG स्टेशन शुरू होने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मंडी, कुल्लू, लाहुल स्पिति और किन्नौर में बड़ी संख्या में CNG स्टेशन खोलने की योजना है जिसपर काम शुरू कर दिया गया है। यह प्रदूषण रहित ईंधन होता है जोकि अन्य ईंधनों के मुकाबले सस्ता पड़ता है और लोग आसानी से इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। अधिक से अधिक लोग इस ईंधन के इस्तेमाल की तरफ आगे बढ़ें, इसी दिशा में भारत सरकार के निर्देशों पर CNG स्टेशन खोले जा रहे हैं।
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