-
Advertisement
Kullu में प्लम के दाम ने तोड़ा रिकॉर्ड, 80 रुपये प्रतिकिलो के पार पहुंचा दाम
कुल्लू। जिला में कोरोना काल के बीच सब्जी मंडी में सोशल डिस्टेसिंग के साथ किसानों-बागवानों के उत्पाद की खरीद-फरोख्त के काम ने रफ्तार पकड़ ली है। बाहरी राज्यों से दर्जनों व्यापारियों के पहुंचने के बाद किसानों-बागवानों (Farmers and gardeners) को फसलों के अच्छे दाम मिल रहे हैं। कुल्लू जिला (Kullu District) के बागवानों के प्लम के दाम ने रिकॉर्ड बनाया है। पहली बार प्लम के दाम स्थानीय मंडियों में 80 रुपये प्रतिकिलो के पार पहुंच गए हैं वहीं लाहुल-स्पीति का मटर 65 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। कुल्लू जिला में भी किसानों को मटर के दाम 50 रुपये पहुच गए हैं और फुलगोभी 25 रुपये प्रति किलो और टमाटर 25 से 30 रुपये प्रति किलोग्राम है और खीरा 8 से 12 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
यह भी पढ़ें: Breaking : देशद्रोह के मामले में पूर्व सीपीएस नीरज भारती को मिली जमानत
स्थानीय आढ़ती शेर सिंह ने बताया कि कुल्लू जिला में ग्रामीण क्षेत्रों से किसानों की लोकल सब्जी मंडियों (Local vegetable markets) में आ रही हैं। इससे पहले किसानों को कम दाम मिल रहे थे, लेकिन अब बाहरी राज्यों से व्यापारियों के आने के बाद दाम में उछाल आया है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब प्लम के दाम 80 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं। प्लम की फसल कम हैं लेकिन उसके मुकाबले अच्छे दाम मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पत्ता गोभी और खीरा की डिमांड ज्यादातर होटल रेस्टोरेंट में होगी। अभी पर्यटन गतिविधियां बंद है ऐसे में इन उत्पाद के दाम कम हैं लेकिन आने वाले समय में दाम में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
स्थानीय किसान, बागवान डागु राम ने बताया कि भुंतर में किसानों बागवानों को उत्पाद के अच्छे दाम मिल रहे हैं जिससे उनकी आर्थिकी सुदृढ़ हो रही है। इसी के साथ सब्जी मंडी में सोशल डिस्टेसिंग के साथ काम-काज चल रहा है। पंजाब से भुंतर (Bhuntar) आए व्यापारी पीएस चावला ने बताया कि कुल्लू जिला में बारिश कम होने से उत्पाद कम है। ऐसे में बाहरी राज्यों में कोरोना के चलते सब्जी मंडी एक दिन खुल रही थी एक दिन बंद रह रही थी लेकिन अब सब्जी मंडी पूरे सप्ताह खुल रही है जिससे बाहरी राज्यों में डिमांड ज्यादा है लेकिन माल कम होने से डिमांड पूरी नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि फसल कम होने से किसानों-बागवानों को अच्छे दाम मिल रहे है और व्यापारियों को भी आगे अच्छे दाम मिल रहे हैं जिससे गाड़ी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है।