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पीपल्स अलायंस के अध्यक्ष बने फारूक अब्दुल्ला: बोले- हम ऐंटी-BJP हैं, ऐंटी-नेशनल नहीं
श्रीनगर। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) की राजनीति में अपना एक अलग वजूद रखने वाले लगभग सभी नेता अब नजरबंदी से रिहा हो गए हैं। जिसके बाद इन सभी नेताओं ने आपस में मिलकर बीजेपी के खिलाफ लामबंद होना भी शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में सूबे की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) के आवास पर गुपकार घोषणा (पीपुल्स अलायंस फॉर डिक्लेरेशन) की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) और उमर अब्दुल्ला भी शामिल हुए। इस दौरान फारूक अब्दुल्ला को पीपल्स अलायंस का अध्यक्ष चुना गया तो महबूबा मुफ्ती उपाध्यक्ष होंगी। वहीं, सज्जाद लोन को गठबंधन का प्रवक्ता बनाया गया है।
जम्मू-कश्मीर का झंडा गठबंधन का प्रतीक होगा
बैठक के बाद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि संगठन का लक्ष्य जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को उनका हक वापस दिलाना है। उन्होंने आगे कहा कि यह राष्ट्रद्रोही जमात नहीं है। हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को उनका अधिकार वापस मिले। धर्म के नाम पर हमें बांटने की कोशिश विफल होगी। यह धार्मिक लड़ाई नहीं है। इस बैठक में फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जो लोग प्रचार कर रहे हैं कि गुपकार राष्ट्र विरोधी है, वो गलत हैं। हम बीजेपी के विरोधी हैं और इसका मतलब ये नहीं है कि राष्ट्र विरोधी हैं। बीजेपी ने देश और संविधान को नुकसान पहुंचाया है। हम चाहते हैं कि जम्मू कश्मीर के लोगों का अधिकार वापस किया जाए।
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वहीं, पीपुल्स अलायंस फॉर डिक्लेरेशन के प्रवक्ता बनाए गए सज्जाद लोन ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि तत्कालीन जम्मू-कश्मीर का झंडा गठबंधन का प्रतीक होगा और 17 नवंबर को श्रीनगर में एक सम्मेलन होगा, जिसके बाद दो सप्ताह के भीतर जम्मू में एक और बैठक होगी। उन्होंने आगे कहा कि एक महीने के भीतर एक दस्तावेज तैयार किया जाएगा जिसके माध्यम से हम उन झूठों के पीछे तथ्य प्रस्तुत करेंगे जो प्रचारित किए जा रहे हैं। यह जम्मू-कश्मीर के लोगों को श्रद्धांजलि होगी, जिनकी बदनामी हो रही है।