-
Advertisement
नौकरीपेशा लोगों के लिए बड़ा अपडेट, ये रहा वो फॉर्म जो बनेगा ITR का द्वार- झट से करें चेक
Form 16 in ITR: नेशनल डेस्क। इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरने का सिलसिला जोरों पर है, इसकी डेडलाइन 31 जुलाई 2024 को खत्म हो रही है। अब तक करीब 13 लाख से ज्यादा इनकम टैक्स रिटर्न भरे जा चुके हैं। वहीं, आईटीआर फाइल (ITR File) करने के लिए फॉर्म-16 एक अहम दस्तावेज है और ये कंपनी द्वारा जारी किया जाता है। नियमों के अनुसार, सभी कंपनियों को अपने कर्मचारी के लिए यह फॉर्म जारी करना अनिवार्य है। ऐसे में आइए जानते हैं कि फॉर्म-16 क्या है और इससे आईटीआर दाखिल करने में कैसे मदद मिलती है………
कब तक मिल जाता है फॉर्म-16
आप जिस भी कंपनी में नौकरी करते हैं, वही कंपनी आपको फॉर्म-16 (Form-16) देती है। अक्सर कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए फॉर्म-16 मई के आखिर में या फिर 15 जून तक जारी किया जाता है। कंपनी यह फॉर्म उन कर्मचारियों के लिए जारी करती है जो वर्तमान में कंपनी में काम कर रहा है या फिर पिछले कारोबारी साल में काम कर चुके हैं। फॉर्म-16 में एक कर्मचारी (Employee) की सैलरी से लेकर बाकी सभी भत्तों की जानकारी होती है। यह फॉर्म बताता है कि आपको कितनी सैलरी मिली और कितना टैक्स कटा है। बता दें कि फॉर्म-16 टीडीएस सर्टिफिकेट का भी काम करता है।
दो हिस्सों में बंटा होता है फॉर्म-16
फॉर्म-16 दो हिस्सों में बंटा होता है। इसमें से पार्ट A में कर्मचारी की सैलरी से काटे गए टैक्स की जानकारी होती है, जिसे टीडीएस कहते हैं। पार्ट B में सैलरी से हुई टोटल कमाई और कर्मचारी की ओर से अपना टैक्स बचाने के लिए दिया गया ब्योरा शामिल होता है।
इस तरह मददगार है फॉर्म-16
जब भी करदाता ITR दाखिल करें तो डिपार्टमेंट की ओर से मिलने वाले प्री-फिल्ड डेटा का फॉर्म-16 के डेटा के साथ अच्छे से मिलान करें। ऐसा करने से आईटीआर में गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं रहती है और भविष्य में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से नोटिस मिलने की आशंका बहुत कम रह जाती है।