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Haridwar Kumbh 2021- कुंभ के पहले शाही स्नान के लिए हरकी पैड़ी में उमड़े नागा,नेपाल के पूर्व नरेश भी पहुंचे
सोमवती अमावस्या (Somavati Amavasya)पर होने वाले कुंभ के पहले शाही स्नान (First Shahi Snan) के लिए हरकी पैड़ी में नागा खासी संख्या में उमड़े हुए हैं। शाही स्नान के लिए हरकी पैडी में उमड़ी भीड़ के बीच कोविड नियम तार-तार हो गए हैं। नेपाल के पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शाह देव (Former King of Nepal)ने भी सोमवती अमावस्या पर शाही स्नान किया। पहले शाही स्नान के लिए निरंजनी अखाड़े (Niranjani Akhara) ने सबसे पहले स्नान किया। इसके बाद श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा शाही स्नान के लिए पहुंचा। इसके साथ अग्नि, आह्वान, किन्नर अखाड़ा स्नान के लिए पहुंचे। हरकी पैड़ी (Harki Ki Paadi) पर ब्रह्म कुंड (Brahm Kund) को अखाड़ों के लिए आरक्षित रखा गया है। इस दौरान आम श्रद्धालुओं के हरकी की पैड़ी पर प्रवेश पर रोक है। उन्हें अन्य घाटों पर स्नान करना होगा। शाही स्नान सुबह साढ़े आठ बजे से शुरू होकर शाम साढ़े पांच बजे तक चलेगा। सभी अखाड़ों के लिए अलग- अलग समय निर्धारित किया हुआ है।
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नेपाल के पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शाह देव (Gyanendra Veer Vikram Shah Dev) ने भी सोमवती अमावस्या पर शाही स्नान किया। वह निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि के साथ शाही स्नान जुलूस में शामिल हुए। उन्होंने रथ पर सवार होकर ही शाही स्नान किया। कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार कुंभ औपचारिक तौर पर पहली अप्रैल से आरंभ हुआ। पहले शाही स्नान में सभी 13 अखाड़े भाग ले रहे हैं।
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इससे पहले परंपरा के अनुसार महाशिवरात्रि पर्व पर सात संन्यासी अखाड़ों ने ही स्नान किया था। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (Akhil Bhartiya Akhara Parishad) पहले ही अखाड़ों का स्नान क्रम तय कर चुका है। इसके अनुसार सोमवार को सर्वप्रथम श्री पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी स्नान करेगा। उसके साथ आनंद अखाड़ा रहेगा। कुंभ मेला के पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल के मुताबिक स्नान के लिए प्रत्येक अखाड़े को आधा घंटे का समय तय किया गया है। अखाड़ों का अंतिम स्नान शाम साढ़े पांच बजे तक चलेगा, इसके बाद गंगा आरती होगी।