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ऐसा दुख किसी को ना मिले! आपदा में लापता परिवार, अब घायल मां के साथ अस्पताल में दिन काट रहा नितेश
मंडी। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में आई आपदा (Disaster) ने ऐसा घाव दिया है जो शायद कभी ना भरे। कुदकत के इस कहर ने हिमाचलवासियों को पूरी तरह से तबाह कर दिया है। कहीं किसी के अपने उनसे हमेशा के लिए अलग हो गए हैं तो किसी ने अपने जीवन भर की जमा पूंजी को आंखों के सामने बहते हुए देखा है। ऐसा ही एक दिल को झंझोड़ कर रख देने वाला मामला मंडी (Mandi) से सामने आया है। जहां एक 22 वर्षीय नितेश अपनी मां और बहनों के साथ अस्पताल में रह रहा है।
नितेश की आपबीती सुन कांप जाएगी रूह
आपदा का दंश झेल रहे इस नौजवान की आपबीती सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी। 14 अगस्त को सांबल गांव में नितेश (Nitesh) के घर पर नाले का भारी मलबा आ गया। जिसमें 18 वर्षीय पत्नी मोनिका, 17 वर्षीय बहन रविता और 6 माह की दुधमुंही सानिया भी इस मलबे में दब गई। 45 वर्षीय माता रचना देवी और 11 वर्षीय एक अन्य बहन गोपी मलबे की चपेट में आने से घायल (Injured) हो गई। नितेश की मां की टांग में गंभीर चोट लगी थी और इन्फेक्शन हो गया था। इस कारण अभी तक उनका तीन बार ऑपरेशन करके टांग को घुटने से ऊपर तक काट दिया गया है।
प्रशासन की तरफ से लगातार चल रहा सर्च ऑपरेशन
नितेश की लापता पत्नी, बहन और बेटी के शवों की तलाश के लिए प्रशासन की तरफ से लगातार सर्च ऑपरेशन (Search Operation) चलाया गया है लेकिन अभी तक शवों का कहीं कोई पता नहीं चल सका है। हालांकि उसे प्रशासन की तरफ से पूरा सहयोग मिल रहा है। लेकिन वह इस बात से चिंतित है कि जब उसकी मां की अस्पताल से छुट्टी हो जाएगी तब वह उन्हे लेकर कहा जाएगा। नितेश ने सरकार और प्रशासन से उसे सुरक्षित आसरा देने की गुहार लगाई है ताकि वो अपनी घायल मां को वहां पर रख सके।
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