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Jagannath Temple: एक्शन में मोदी सरकार, जो वादा किया निभाया, भक्तों को मिलेगी सुविधा
Jagannath Temple : नेशनल डेस्क। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपनी चुनावी घोषणाओं पर काम शुरू कर दिया है। पीएम ने देश विदेश के लोगों को सुविधा देते हुए पुरी के जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) के चारों गेट खोल दिए गए हैं। पीएम ने अपने चुनावी घोषणापत्र (Election Manifesto) में यह वादा किया था जो सरकार ने सत्ता संभालने के तुरंत बाद पूरा कर दिया है। अब आपको बताते हैं कि आखिर इन गेट को इतने लम्बे समय से क्यों बंद रखा गया था।
अब चारों गेट से मंदिर में एंट्री
मोदी सरकार के इस फैसले से अब मंदिर जाने वाले श्रद्धालु (Devotee) चारों गेट से मंदिर में एंट्री ले सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें, जगन्नाथ मंदिर में एंट्री के लिए चार गेट हैं। सिंह द्वार, अश्व द्वार, व्याघ्र द्वार और हस्ति द्वार। अभी तक जिस गेट से भक्त आते जाते थे, वह सिंह द्वार था। लेकिन इस मंदिर के कपाट बंद रखने के पीछे कोई ऐतिहासिक कारण (Historical Reason) नहीं था। दरअसल, साल 2019 में इन दरबाजों को कोरोना महामारी (Corona) के चलते बंद किया गया था। ताकि भीड़ को कंट्रोल किया जा सके। वहीं, 2019 से अब तक बार बार लोगों द्वारा यह मांग उठाई जाती रही थी कि इन दरबाजों को खोल दिया जाए। अब आपको इन गेट के बारे में बताते हैं कि किस दरबाजे की क्या खासियत है।
सिंह द्वार- इसे मोक्ष का द्वार भी कहा जाता है।
व्याघ्र द्वार। यह गेट पश्चिम दिशा में है और इस गेट से संत और खास भक्तों की एंट्री रखी गई है।
हस्ति द्वार- यह दरबाजा लक्ष्मी का प्रतीक है।
अश्व द्वार- इसे विजय द्वार कहा जाता है योद्धा जीत की कामना के लिए इसका इस्तेमाल करते थे।