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PM Modi US Visit: होगी ऐसी डील खत्म हो जाएगा भारत का एनर्जी क्राइसिस
PM Modi US Visit: पीएम नरेंद्र मोदी 12-13 फरवरी को अमेरिका के दौरे पर रहेंगे,जहां वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) से मिलेंगे। ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद उनसे मिलने वाले पीएम मोदी चौथे ग्लोबल लीडर्स होंगे। इस दौरे में भारत-अमेरिका वैश्विक व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत बनाना और व्यापार,ऊर्जा,सुरक्षा व उभरती टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। भारत और अमेरिका के बीच नॉन मिलिट्री एटोमिक एनर्जी एलायंस पर भी बातचीत होने की संभावना जताई जा रही है। भारत अपने परमाणु दायित्व कानून में संशोधन करने और परमाणु ऊर्जा मिशन स्थापित करने संबंधी योजना की घोषणा कर चुका है। वाशिंगटन की ओर से भी असैन्य परमाणु क्षेत्र में भारत.अमेरिका सहयोग की बात कही गई थी। इसके बाद अमेरिका ने इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केन्द्र (आईजीसीएआर), भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बार्क) और इंडियन रेयर अर्थ्स (आईआरई) पर से प्रतिबंध हटा दिए थे।
अमेरिका से अधिक एनर्जी इंपोर्ट की तैयारी
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के यूएस दौरे से पहले इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरे में भारत और अमेरिका के बीच बड़ी एनर्जी डील होने के संकेत मिल रहे हैं। अगर यह डील परवान चढ़ी को भारत की एनर्जी क्राइसिस के काफी हद तक दूर हो जाने की संभावना जताई गई है। भारत की ओर से अमेरिका से अधिक एनर्जी इंपोर्ट की तैयारी की जा रही है। पीएम नरेंद्र मोदी व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बातचीत में इस पर मुख्य रूप से चर्चा होने वाली है। रूस से तेल सौदों की कमी को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका भारत से ऊर्जा सहयोग के क्षेत्र में और नजदीक आने की दिशा में बात आगे बढ़ा सकता है।
भारत में एलएनजी की काफी कमी
भारत में एलएनजी (LNG) की काफी कमी है। अमेरिका में यह भारी मात्रा में उपलब्ध है। इसके बावजूद अमेरिका से भारत काफी कम मात्रा में एलएनजी इंपोर्ट करता है। इसका एक बडा कारण अमेरिका (America) का हेनरी हब बेंचमार्क है। जो इंडियन बायर्स के लिए काफी वोलाटाइल है, भारत और अमेरिका के बीच लॉन्ग टर्म एनर्जी डील से इसका समाधान निकल सकता है। इन बाधाओं के बावजूद दोनों देशों में बीच का रास्ता निकालने के लिए स्ट्रैटेजिक बातचीत का दौर जारी है। पीएम मोदी के यूएस दौरे (US Visit) के दौरान इसे अंतिम रूप दिया जा सकता है।
-पंकज शर्मा