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Russia-Ukraine War: रसोई से लेकर मोबाइल तक आपकी जेब पर जंग का असर, जानिए कैसे
नई दिल्ली। पांच हजार किलोमीटर दूर रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine war) में छिड़ी जंग का सीधा असर हम भारतीयों की जेब पर पड़ेगा। लड़ाई का असर पहले ही दिन दिखाई दिया और गुरुवार को शेयर बाजार (Share Market) में गिरावट देखी गई। इसके साथ ही सोने की कीमतों में तेजी देखी गई। हालांकि आज शेयर बाजार में रिकवरी देखी जा रही है। आने वाले समय में इसका असर घरेलू बाजार में कई चीजों पर पड़ना तय है। आइए जानते हैं आने वाले समय में और क्या चीजें महंगी हो सकती हैं।
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रसोई गैस और सीएनजी होगी महंगी
भारत प्राकृतिक गैस के लिए यूक्रेन पर निर्भर है। घरेलू डिमांड की आधी जरूरत यूक्रेन से आने वाली नेचुरल गैस (Natural Gas) से पूरी होती है। युद्ध के लंबे समय तक चलने से प्राकृतिक गैस के रेट बढ़ना तय हैं। इससे सीएनजी और रसोई गैस की कीमत 10 से 15 रुपए तक बढ़ सकती हैं।
पेट्रोल.डीजल के बढ़ेंगे रेट
कच्चे तेल के दाम बढ़कर 7 साल के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं। इससे पहले 2014 में क्रूड ऑयल 105 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था। पिछले अढ़ाई महीने में क्रूड की कीमत में रिकॉर्ड तेजी आई है। ऐसे में पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) के रेट में तेजी आना तय है। जानकारों का कहना है कि तेल कंपनियां चुनाव बाद 15 रुपए तक कीमतें बढ़ा सकती हैं।
खाने का तेल भी होगा महंगा
दोनों देशों के बीच लड़ाई से फसलों का उत्पादन पर असर पड़ेगा। यूक्रेन और रूस दुनिया (World) में एक चौथाई गेहूं निर्यात करते हैं। ऐसे में सूरजमुखी, पाम और सोया तेल की सप्लाई पर भी असर पड़ेगा। यूक्रेन और रूस से भारत जरूरत का 90 प्रतिशत तेल आयात करता है। फरवरी में अब तक इसका बिल्कुल आयात नहीं हुआ। आयात कम होने से बाजार में खाने के तेल की कीमत में उछाल आना तय है।
पैलेडियम होगा महंगा
जंग का ऐलान होने के बाद कारों और मोबाइल (Mobile) में यूज होने वाली पैलेडियम धातु के दाम भी बढ़ने की उम्मीद है। यूक्रेन में तनाव के कारण इसकी कीमत पहले से ही बढ़ रही हैं। पैलेडियम का सबसे ज्यादा प्रोडक्शन रूस में ही होता है। इसका कीमत बढ़ने का असर मोबाइल फोन और कारों की कीमत के रूप में हो सकता है।