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#Nikita_Tomar हत्याकांड : परिजन हरियाणा सरकार के रवैये से नाखुश, आमरण-अनशन पर बैठेंगे
फरीदाबाद। निकिता तोमर हत्याकांड (Nikita Tomar Murder Case) देशभर में सुर्खियों में रहा था। अब खबर सामने आई है कि मृतका निकिता तोमर के परिजन (Family Mambers) हरियाणा सरकार (Haryana Government) के रवैये से नाखुश हैं और 30 जनवरी से आमरण अनशन (Hunger Strike) पर बैठने वाले हैं। परिजनों ने आरोप (Allegation) लगाया है कि सरकार ने परिवार के साथ धोखा किया। तीन महीने में दोषियों (Accused) को सजा का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अभी तक उन्हें न्याय नहीं मिला है।
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निकिता तोमर के पिता मूलचंद और परिजन न्याय की मांग को लेकर सोमवार को हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से मिले थे। बताया जा रहा है यहां सीएम से निकिता के परिजनों को साप जवाब नहीं मिला। इसके बाद परिजनों ने मंगलवार को फरीदाबाद सेक्टर 28 स्थित केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर के आवास पर उनसे मुलाकात की। इस दौरान परिजनों ने चार मांगें भी उठाई। परिजनों का कहना है कि महापंचायत के दौरान जिन 37 लोगों को केस दर्ज किया गया है उसे वापिस लिया जाए। इसके अलावा निकिता के भाई को भी नौकरी दी जाए। तीसरी मांग परिजनों ने रखी है कि उन्हें आर्थिक मदद की जाए और सेक्टर दो स्थित सरकारी कॉलेज का नामकरण निकिता के नाम पर हो।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब हो कि हरियाणा के बल्लभगढ़ में निकिता तोमर की हत्या कर दी गई थी। मामला 26 अक्टूबर 2020 का है। निकिता उत्तर प्रदेश के हापुड़ की रहने वाली थी। वारदात उस समय हुई जब निकिता अग्रवाल कॉलेज से पेपर देकर निकली थी। इसी दौरान सोहना निवासी तौसीफ ने अपने एक दोस्त के साथ पहले निकिता को कार से अगवा करने की कोशिश की और बाद में निकिता को गोली मार दी। हत्याकांड का वीडियो भी खूब वारयल हुआ था।