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जम्मू। शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी जम्मू (स्कास्ट-जे) ने ज्यादा खुशबू, जायके में बेहतर और दोगुना से भी ज्यादा पैदावार देने वाली बासमती 138 (Basmati 138) नामक बासमती नई किस्म ईजाद की है। बताया जा रहा है कि अब किसानों को खरीफ सीजन में बड़ा मुनाफा होगा। बासमती 138 का अंतिम ट्रायल जून में पूरा किया जाएगा। रिपोर्ट्स के अनुसार अगले साल जून माह से हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) समेत जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में इसका बीज किसानों को मिलने लगेगा।
बता दें कि यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी की ओर से तैयार बासमती की नई किस्म पर 2014 से ट्रायल चल रहा है। स्थानीय स्तर पर तैयार इस किस्म को 2017 से यूनिवर्सिटी के फार्मों में उगाया जा रहा है। पड़ोसी राज्यों के कृषि विश्वविद्यालय भी अपने फार्मों में इसे उगा रहे हैं। वर्तमान में बासमती 370 का बीज दिया जाता है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार बासमती 370 की प्रति हेक्टेयर पैदावार 22 से 25 क्विंटल होती थी। नए बीज की पैदावार 50 से 55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होगी। इससे 2002 तक किसानों की आय को दोगुना करने में मदद मिलेगी। स्कास्ट-जे के अनुसार बासमती के नए बीज को तैयार करने का मकसद किसानों की आय बढ़ाना है।
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