-
Advertisement
अब #Haryana के हर गांव में खुलेगी #Library, सीएम खट्टर ने प्रस्ताव को दी मंजूरी
Last Updated on November 24, 2020 by Sintu Kumar
गुरुग्राम। पुस्तकें हर व्यक्ति के लिए कितनी जरूरी चीज हैं ये तो सभी को पता ही है। हर उम्र में व्यक्ति अलग-अलग तरह की पुस्तकों से ज्ञान लेता रहता है लेकिन आजकल के युवा किताबों से दूर औऱ फोन के नजदीक होते जा रहे हैं। हरियाणा (Haryana) में इसी को लेकर एक अच्छी पहल की गई है। हरियाणा के हर गांव में अब पुस्तकालय (Library) खोला जाएगा। इसका उद्देश्य स्थानीय लोगों व युवाओं में पढ़ने की रुचि पैदा करना है। प्रदेश सरकार ने इस संदर्भ में प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
यह भी पढ़ें: इस लड़की की टांगें हैं दुनिया में सबसे लंबी, Guinness Book में शामिल हुआ नाम
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर (CM Manohar Lal Khattar) ने प्रदेश में जिला मुख्यालयों और गांवों में पुस्तकालय स्थापित करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए ग्राम स्वराज अभियान के तहत पंचायत पुस्तकालय स्थापित करने के प्रोजेक्ट को मंजूरी प्रदान की है। इसके प्रथम चरण में महाग्राम योजना के अंतर्गत आने वाले गांवों में पुस्तकालय स्थापित किए जाएंगे। इन पुस्तकालयों से जहां एक ओर ज्ञान का विस्तार होगा, वहीं प्रदेश के युवाओं में पढ़ाई के प्रति रुचि भी बढ़ेगी। सीएम ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांवों में पुस्तकालय स्थापित करने के लिए पंचायत सदस्यों को भी शामिल किया जाए। साथ ही, गांव से शिक्षा क्षेत्र से जुड़े एक सेवानिवृत्त व्यक्ति (Retired person) और रक्षा से सेवानिवृत्त लोगों को भी जोड़ा जाए। इससे सरकारी योजनाओं में आमजन की भागीदारी को भी बढ़ावा मिलेगा।
यह भी पढ़ें: Hamirpur : ग्यारह साल की निधि ने योग में बनाया रिकॉर्ड, World Book of Yoga में नाम दर्ज
खट्टर ने निर्देश दिए कि पुस्तकालयों में दी जाने वाली सुविधाओं जैसे कंप्यूटर, पुस्तकों की संख्या और पुस्तकालय में पढ़ाने वालों की संख्या इत्यादि के आधार पर एक ग्रेडिंग सिस्टम तैयार किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि उच्चतर शिक्षा विभाग इस प्रोजेक्ट का नोडल विभाग होगा। वहीं, निरंतर प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा करेगा। स्कूल शिक्षा, उच्चतर शिक्षा विभाग या अन्य विभागों के अलावा निजी संस्थाओं या व्यक्तिगत तौर पर चलाए जा रहे पुस्तकालयों का सर्वे करवाया जाए। इसके अलावा, उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूल पुस्तकालय को स्कूल की अवधि के बाद और अवकाश के दिनों में आम नागरिकों के लिए उपयोग करने की संभावनाएं तलाशी जाएं।