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जनधन के पैसे की आस में 50 किलोमीटर पैदल चलकर Bank पहुंची वृद्धा, खाता खाली देख मायूस लौटी
नई दिल्ली। कोरोना संकट की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के कारण यूं तो सभी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है लेकिन सबसे ज्यादा मुश्किल का सामना वे लोग कर रहे हैं, जो बुजुर्ग, गरीब और असहाय हैं। हालांकि सरकार ऐसे लोगों की मदद कर रही है लेकिन फिर भी कुछ लोग फिर भी इससे वंचित हैं। ऐसी ही एक वृद्धा मदद की आस में 50 किलोमीटर पैदल बैंक (Bank) पहुंची, लेकिन वहां जाकर उसे पता चला कि जनधन योजना के तहत सरकारी मदद उसके खाते में आई ही नहीं है।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद (Firozabad) के थाना पचोखरा के गांव हिम्मतपुर निवासी 72 वर्षीय राधा पत्नी हरवीर आगरा के रामबाग में रहकर मजदूरी कर पेट पाल रही हैं। लॉकडाउन के कारण काम बंद हो जाने से उनके पास रखे रुपये भी खत्म हो गए हैं। किसी ने वृद्धा को बताया कि सरकार महिलाओं के जनधन खाते में 500 रुपये डाल रही है। यह पता चलने पर वृद्धा आगरा के रामबाग से बैंक खाते से पांच सौ रुपये निकालने के लिए रात में ही पैदल चल पड़ी और सुबह टूंडला के पचोखरा स्थित स्टेट बैंक शाखा पहुंच गईं। यहां उन्होंने अपना खाता दिखवाया। बैंककर्मी ने खाता चेक करने के बाद बताया कि उनके खाते में रुपये नहीं आए हैं।यह सुनकर वृद्धा को खाली हाथ वहां से लौटना पड़ा।