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Kargil Vijay Diwas 2024 : 25 साल बीत गए, पत्नी शहादत पर करती है गर्व महसूस, बेटी सेना में जाने को तैयार
25 Years Of Kargil War : कारगिल युद्ध (Kargil War) को 25 साल बीत चुके हैं। इस दौरान कई चीजें बदलीं जो नहीं बदला वह है पत्नी का अपने पति की याद में रोना। हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर के बड़सर उपमंडल के गांव सुनहाणी के प्रवीण कुमार ने कारगिल युद्ध (Kargil War) में शहादत पाई थी। पत्नी तो शहादत का सुनकर ही बेहोश हो गई थी शादी को भी बस दो ही साल हुए थे। लेकिन शहीद की पत्नी का कहना है उनको अपने पति की कमी आज भी खलती है उनके बारे में सोच कर आज भी आंख नम हो जाती है। वहीं, शहीद की बेटी जो शहादत के समय एक साल की थी अब बड़ी हो गई है। बेटी का कहना है कि उसने बीएससी नर्सिंग (BSC Nursing) की पढ़ाई पूरी कर ली है अब उसकी भी तैयारी सेना को ज्वाइन (Join Indian Army) कर देश सेवा करने की है।
पिता की तरह सेना में भर्ती होना चाहती है बेटी
आपको बता दें, जिला हमीरपुर के बड़सर उपमंडल (Barsar Sub-Division) के गांव सुनहाणी के प्रवीण कुमार ने कारगिल युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देकर देश की रक्षा की थी। कारगिल विजय दिवस के मौके पर प्रवीण कुमार की शाहदत से आज भी परिजनों की आंखें नम हो जाती हैं। लेकिन प्रवीण की शहादत पर उनकी पत्नी किरण कुमार आज भी नाज करती हैं। वहीं शहीद प्रवीण कुमार (Martyr Praveen Kumar) की बेटी निशा कुमारी भी अपने पिता की शहीदी पर नाज करती है उन्होंने कहा कि पिता की तरह सेना में भर्ती होना चाहती हैं। शहीद प्रवीण कुमार की बेटी निशा कुमारी ने बताया कि उसमें वह बहुत छोटी थी जब उनके पिता ने शहादत पाई थी। लेकिन आज वह अपने पिता की शहादत पर नाज करती हैं। उन्होंने बताया कि वह बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई कर भारतीय सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहती हैं।
पति ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी
शहीद प्रवीण कुमार की पत्नी किरण कुमारी ने बताया कि जब उन्हें अपने पति की शहादत (Martyrdom of Husband) का पता चला तो वह चक्कर खाकर गिर गई थी। पति के शहीद होने का बहुत दुख हुआ। उनकी कमी कभी भी पूरी नहीं हो सकती है। लेकिन उनकी शहादत पर आज भी वह फक्र करती हैं कि उनके पति ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है।
21 साल की उम्र में ज्वाइन की थी आर्मी