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लिली ने सचिन को किया था खारिज और सचिन बन गए क्रिकेट के भगवान
नई दिल्ली। आज सचिन तेंदुलकर का 50वां जन्मदिन है और आज एक पुराना वाक्या याद आ रहा है। वाक्या भी ऐसा कि जो अपने जमाने से ही नहीं बल्कि क्रिकेट से वाबस्ता दो महान प्लेयर्स से जुड़ा है। उस रोज अगर अपने जमाने में सबसे तेज गेंदबाज और दुनिया में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले डेनिस लिली और आज भी क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर से जुडा है। इन दोनों की पहली मुलाकात आज से 37 साल पहले तब हुई थी जब सचिन तेंदुलकर 1987 में एमआरएफ पेस फाउंडेशन गए थे। तब वहां ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज तेज गेंदबाज डेनिस लिली निदेशक थे और उन्होंने वहां गए सचिन तेंदुलकर को खारिज कर दिया था। उस रोज अगर लिली सचिन को खारिज न करते तो शायद सचिन इतने बडे बल्लेबाज न बन पाते।
तेज गेंदबाज बनने गए तो लिली ने रिजेक्ट कर दिया
अपनी बल्लेबाजी से दुनिया भर के क्रिकेट फैंस का मन मोह लेने वाले तेंदुलकर पहले तेज गेंदबाज बनना चाहते थे। इसीलिए वो 1987 में वह एमआरएफ पेस फाउंडेशन भी गए थे लेकिन वह अपने इस सपने को पूरा नहीं कर पाए। तेंदुलकर तेज गेंदबाज तो नहीं बन पाए लेकिन एक महान बल्लेबाज जरूर बन गए। जब तेंदुलकर 1987 में एमआरएफ पेस फाउंडेशन गए तो वहां ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज तेज गेंदबाज डेनिस लिली निदेशक थे। उन्होंने सचिन को तेज गेंदबाजी छोड़ने के लिए कहा था। लिली ने तेंदुलकर से कहा कि वह गेंदबाजी की जगह बल्लेबाजी पर ध्यान लगाए। इस बात पर लिली कहते हैं वह खुद तब इस बात पर काफी शर्मिंदा थे कि उन्होंने सचिन की गेंदबाजी को खारिज कर दिया था।
लेकिन 2 साल बाद सचिन के कायल हो गए लिली
अब हालात बदल चुके थे और शायद सचिन ने डेनिस लिली की बात मान ली थी। खैर जब सचिन 15 साल के हुए तो दोबारा एमआरएफ पेस फाउंडेशन पहंुचे और लिली तब भी वहीं थे लेकिन लिली ने उन्हें पहचाना नहीं। एक रोज सचिन ने नेटस में लिली को अपनी बल्लेबाजी से हैरान कर दिया। उन्होंने नेट्स पर लगातार दो चौके लगाकर लिली को खूब प्रभावित किया था। लिली उस घटना का जिक्र करते हुए कहते हैं कि जब सचिन 12 गेंद पर 48 रन बनाकर खेल रहा था तो मैंने मुख्य कोच टीए शेखर से पूछा था कि यह लड़का कौन है। इस पर शेखर ने बताया कि कि यह वही है जो कुछ वक्त पहले तेज गेंदबाज बनने के लिए यहां आया था और तब आपने इसे गेंदबाज बनने के लिए मना कर दिया था।
6⃣6⃣4⃣ intl. matches 👍
3⃣4⃣3⃣5⃣7⃣ intl. runs 🙌
2⃣0⃣1⃣ intl. wickets 👌
The only cricketer to score 💯 intl. hundreds 🔝
The 2⃣0⃣1⃣1⃣ World Cup-winner 🏆Here's wishing the legendary and ever-so-inspirational @sachin_rt a very happy 5⃣0⃣th birthday 🎂 👏#TeamIndia pic.twitter.com/iyP0CfjTva
— BCCI (@BCCI) April 24, 2023
अपनी रिटायरमेंट पर क्या बोले थे लिली
डेनिस लिली एमआरएफ पेस फाउंडेशन में 25 साल काम करने के बाद जब वह रिटायर हुए तो सचिन बडे खिलाडी बन चुके थे। इस पर लिली ने कहा कि उस रोज गेंदबाज बनने आए सचिन को खारिज करके मैंने क्रिकेट और उसके लिए अच्छा काम किया था। मैंने क्रिकेट पर एहसान किया था। मैं उस घटना को कभी नहीं भूलूंगा। सचिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आगाज से पहले ही मुझे पता चल गया था कि वह एक दिन सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में एक बनेगा।
आइए जानते हैं कौन हैं डेनिस लिली
डेनिस लिली का पूरा नाम डेनिस कीथ लिली था और उनका जन्म 1949 में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया में हुआ। 6 फीट के कद वाले लिली और वो 1971 से 1984 तक ऑस्ट्रेलिया के लिए खेले। डेनिस लिली उस जमाने में ऑस्ट्रेलिया वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के उन तेज गेंदबाजों में से एक थे जिनकी घातक रफ्तार से दुनिया के अच्छे से अच्छे बल्लेबाज भी खौफ खाते थे। डेनिस लिली कामयाबी का पता उनके प्रदर्शन के रिकॉर्ड से चलता है। लिली ने सिर्फ 70 टेस्ट मैचों में 355 बल्लेबाजों को आउट किया और एक जमाने में दुनिया में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड उनके ही नाम था। उस रिकार्ड को उनके पड़ोसी देश के एक और तेज गेंदबाज रिचर्ड हेडली ने तोडा था। इतना ही नहीं इन 70 टेस्ट मैचों में 23 दफा लिली ने एक टेस्ट में 5 या उससे ज्यादा विकेट लिए। इसी तरह 7 दफा लिली ने एक टेस्ट में 10 या उससे ज्यादा विकेट लिए। टेस्ट ही नहीं उस जमाने में कम खेले जाने वाले वनडे मैचों में भी लिली की गेंदबाजी का रिकॉर्ड लाजवाब रहा। लिली ने 63 वन डे मैचों में 103 विकेट लिए। लिली ने अपने करियर में खेले 198 फर्स्ट क्लास मैचों में 882 विकेट