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समलैंगिक जोड़ों के पैरेंट्स ने CJI को लिखा ओपन लैटर-समलैंगिक विवाह को मान्यता दी जाए
एलजीबीटीक्यूआईए़ + समुदाय के लोगों के परिजनों (Parents of Same-Sex Couples) ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ को एक पत्र लिखा है। इस पत्र (Open Letter) में मुख्य न्यायाधीश से अपील की गई है कि समलैंगिक विवाह को मंजूरी दी जाए। समलैंगिक विवाह को मंजूरी देने संबंधी याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है। केंद्र सरकार इसका विरोध कर रही है। सरकार का तर्क है कि शादी को कानूनी मान्यता देना विधायिका का काम है।
जी 20 के 12 देशों में मान्यता
याचिकाकर्ताओं ने कहा कि दुनिया के 34 देश सेम सेक्स मैरिज को मान्यता दे चुके हैं। इनमें G20 के 12 देश भी शामिल हैं। इस मामले में हमें पीछे नहीं रहना चाहिए। याचिकाकर्ता ने कहा कि LGBT के अधिकारों (Rights of LGBT) को लेकर संसद ने 5 साल में कोई पॉजिटिव रिस्पॉन्स नहीं दिया।
दो सदस्यों ने सुनवाई में ऑनलाइन भाग लिया
समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने का अनुरोध करने वाली याचिकाओं पर मंगलवार को सुनवाई के चौथे दिन सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय संवैधानिक पीठ के दो सदस्यों ने सुनवाई में ऑनलाइन माध्यम से भाग लिया। (Chief Justice DY Chandrachud) प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा अदालत कक्ष में उपस्थित रहे जबकि न्यायमूर्ति एसके कौल और न्यायमूर्ति एसआर भट ने ऑनलाइन माध्यम से सुनवाई में भाग लिया।
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