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करसोग: बस हुई बेबस, सवारियों ने खुद पत्थर डालकर पार कराई खाई
Last Updated on June 7, 2023 by sintu kumar
मंडी। बस का काम होता है मुसाफिरों को उनकी मंजिल तक पहुंचाना। लेकिन सड़क पर अगर बस खुद ही बेबस हो जाए तो मजबूरी में सवारियों को ही घर पहुंचने के लिए रास्ता निकालना पड़ता है। मंडी (Mandi) जिले के करसोग (Karsog) में ऐसा ही वाकया हुआ, जब सवारियों ने बस से उतरकर पहले सड़क पर पड़ी खाईयों को पत्थर डालकर भरा और उसके बाद बस को आगे ले जाया जा सका।
सवारियों द्वारा खाईयां भरते हुए का वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर खूब वायरल (Viral Video) हो रहा है। यह वीडियो करसोग विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली माहुंनाग-सरत्योला सड़क का है। यह इलाका मौजूदा सरकार के लोक निर्माण मंत्री के गृहक्षेत्र के साथ लगता है। 3 करोड़ की लागत से बनी 7 किमी लंबी यह सड़क आज तक पक्की नहीं हो पाई है। जरा सी बारिश होने पर इस सड़क पर सफर करना जोखिम भरा हो जाता है। थोड़ी ज्यादा बारिश हो जाए तो सड़क पर बिछी मिट्टी बह जाती है और सड़क पर खाईयां पड़ जाती हैं। सवारियों को यहां सफर करते वक्त खुद बस से नीचे उतर कर गड्डे भरने पड़ रहे हैं। तभी वह अपने गंतव्य स्थल तक पहुंचते हैं।
पीडब्लूडी के कामकाज पर सवाल
स्थानीय जनता कई बार उच्चाधिकारियों को शिकायत कर चुके हैं। इसके अतिरिक्त सीएम हेल्पलाइन के 1100 नंबर पर भी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन लोगों की किसी भी स्तर पर सुनवाई नहीं हुई है। ऐसे में जनता में सरकार के खिलाफ भारी गुस्सा है। माहुंनाग-सरत्योला सड़क में को लेकर पीडब्ल्यूडी की कार्यप्रणाली पर शुरू से ही सवाल उठ रहे हैं। इस सड़क का निर्माण कार्य 23 मार्च 2018 को आरंभ हुआ था, जिसे 23 सितंबर 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, लेकिन पीडब्ल्यूडी की लापरवाही से सड़क निर्माण कार्य अभी भी अधूरा है। हालांकि परिवहन निगम ने इस मार्ग पर बस सेवा आरंभ कर दी है। जमीनी हकीकत ये है कि लोगों की सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं है। 7 किलोमीटर लंबी सड़क में न तो क्रेश बैरियर है और न ही कहीं पर एक भी पैरापिट लगा है। ऐसे रोजाना लोग जान हथेली पर सफर करने को मजबूर हैं। यही नहीं सड़क कटिंग के दौरान सड़क मार्ग में जगह जगह पर बिखरे रोड़ों की वजह से बस के स्किड होने के भी अंदेशा बना हुआ है। चीफ इंजीनियर मंडी जोन एनपीएस चौहान ने बताया कि मामला ध्यान में आया है। इस बारे में संबंधित अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से सड़क रिपेयर करने के आदेश दे दिए गए हैं।
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