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कांगड़ा बाइपास: नोटिस अवधि में ही घर तोड़ने आ गई NHAI, लोगों ने काम रुकवाया
कांगड़ा। कांगड़ा बाइपास पर फोरलेन बना रहे NHAI के कर्मचारी नोटिस (During Notice Period) अवधि पूरी होने से तीन दिन पहले ही मंगलवार को भारी मशीनरी सहित सड़क की जद में आ रहे मकानों को तोड़ने के लिए आ पहुंचे। एसडीएम की ओर से रहवासियों को मकान खाली करने के लिए 15 सितंबर तक की मोहलत दी गईे थी। NHAI और सड़क निर्माणकर्ता कंपनी के ठेकेदार की इस कार्रवाई से नाराज लोगों ने भारी विरोध जताते हुए फोरलेन का काम रुकवाया है।
लोगों का कहना है कि NHAI और सड़क का काम करने वाले ठेकेदार और उनकी टीम ने कहा था कि फोरलेन की जद में आने वाले मकानों का क्लेम (Claim) दिया जाएगा, लेकिन जमीन का मुआवजा नहीं मिलेगा। लोग इसके लिए तैयार हो गए। लोगों ने अपने घर खाली करने शुरू कर दिए थे। लोगों के कागज भी एसडीएम ऑफिस में पड़े हैं।
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रहने का कोई इंतजाम नहीं, मशीनें भेज दीं
इसी बीच एसडीएम कार्यालय से 5 सितंबर को भेजा गया नोटिस (Notice Issued By SDM Office) लोगों को 8 सितंबर को मिलता है। नोटिस में एक सप्ताह के भीतर घर खाली करने को कहा गया था, जो कि 15 सितंबर को पूरी होगी । लेकिन NHAI कंपनी के अधिकारी और ठेकेदार ने 4 दिन बाद ही मकान तोड़ने के लिए मशीनें भेज दीं। लोगों ने शिकायत की कि पहले भी कंपनी ने धोखे से हमारे घरों को नुकसान पहुंचाया है। लोगों का कहना है कि उनके रहने की वैकल्पिक व्यवस्था किए बिना ही घर तोड़ने के लिए मशीनें भेजी गई हैं।
एसडीएम बोले: मई में दिया गया था नोटिस
एसडीएम कांगड़ा साेमिल गाैतम ने कहा है कि फोरलेन से प्रभावित परिवारों को कांगड़ा प्रशासन की ओर से मई में नाेटिस जारी किया थे, मगर लाेग इस बात काे नहीं बता रहे हैं। उन्हाेंने बताया कि इन परिवारों ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर अपने मकान बनवाए हैं। इन्हें हर हाल में उठना ही पड़ेगा। प्रशासन जाे कार्रवाई कर रहा है, वह कानून के दायरे में रह कर ही कर रहा है।