-
Advertisement
कोरोना काल में PM मोदी का 7वीं बार देश के नाम संबोधन; बोले- लॉकडाउन गया है, वायरस नहीं
नई दिल्ली। देश भर में मार्च के महीने से जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज शाम 6 बजे देश को संबोधित कर रहे हैं:-
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी राष्ट्र के नाम महत्वपूर्ण संदेश दे रहे हैं।
आप भी सुनें।https://t.co/xnX5arVpyx
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) October 20, 2020
दोपहर करीब एक बजे पीएम मोदी ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी थी। नरेंद्र मोदी ने मंगलवार दोपहर को ट्वीट किया, ‘आज शाम 6 बजे राष्ट्र के नाम संदेश दूंगा, आप जरूर जुड़ें’। कोरोना वायरस संकट के बीच पीएम मोदी अबतक देशवासियों से कई बार ऐसे रूबरू हो चुके हैं, जिसमें कई बड़े ऐलान किए गए हैं। पीएम के आज के संबोधन को लेकर कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं। जिनमें त्योहारों से पहले आम लोगों के लिए सावधानी की बात और लोगों से नियमों का पालन करने की अपील की जा सकती है।
यहां पढ़ें पीएम के संबोधन के प्रमुख बिंदु
- कोरोना के खिलाफ जनता कर्फ्यू से लेकर आज तक हम सभी भारतीयों ने एक बहुत लंबा सफर तय किया है। समय के साथ आर्थिक गतिविधियों में भी धीरे-धीरे तेजी नजर आ रही है।
- हम में से अधिकांश लोग, अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए, फिर से जीवन को गति देने के लिए, रोज घरों से बाहर निकल रहे हैं। त्योहारों के इस मौसम में बाजारों में भी रौनक धीरे-धीरे लौट रही है।
- हमें ये भूलना नहीं है कि लॉकडाउन भले चला गया हो, वायरस नहीं गया है। बीते 7-8 महीनों में, प्रत्येक भारतीय के प्रयास से, भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में हैं, हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है और अधिक सुधार करना है।
- आज देश में रिकवरी रेट अच्छी है, Fatality Rate कम है। दुनिया के साधन-संपन्न देशों की तुलना में भारत अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों का जीवन बचाने में सफल हो रहा है। कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में टेस्ट की बढ़ती संख्या हमारी एक बड़ी ताकत रही है।
- सेवा परमो धर्म: के मंत्र पर चलते हुए हमारे doctors, nurses, health workers इतनी बड़ी आबादी की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं। इन सभी प्रयासों के बीच, ये समय लापरवाह होने का नहीं है। ये समय ये मान लेने का नहीं है कि कोरोना चला गया, या फिर अब कोरोना से कोई खतरा नहीं है।
- कई लोगों ने अब सावधानी बरतना बंद कर दिया है। ये ठीक नहीं है। अगर आप लापरवाही बरत रहे हैं, बिना मास्क के बाहर निकल रहे हैं, तो आप अपने आप को, अपने परिवार को, अपने परिवार के बच्चों को, बुजुर्गों को उतने ही बड़े संकट में डाल रहे हैं।
- एक कठिन समय से निकलकर हम आगे बढ़ रहे हैं, थोड़ी सी लापरवाही हमारी गति को रोक सकती है, हमारी खुशियों को धूमिल कर सकती है। जीवन की जिम्मेदारियों को निभाना और सतर्कता ये दोनो साथ-साथ चलेंगे तभी जीवन में खुशीयां बनी रहेंगी।