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करवा चौथ व्रत के दौरान गर्भवती महिलाएं इन बातों का रखें जरूर ध्यान
कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ व्रत रखा जाता है। इस दिन महिलाएं पूरे दिन उपवास रखती हैं और शाम को पूजन करने के बाद चांद और पति को छलनी में से देखने के बाद जल ग्रहण करती है। कई कुंवारी कन्याएं भी व्रत रखती हैं, जिनकी सगाई हो गई हो और शादी में समय हो। इसी तरह गर्भवती महिलाएं भी अपने पति की मंगलकामना में व्रत करती हैं। लेकिन क्या उनके लिए करवाचौथ का व्रत करना सेहतमंद हो सकता है। व्रत से पहले गर्भवती महिलाएं इन बातों का ध्यान रखें
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व्रत के दिन भर भूखे-प्यासे रहने पर आपको कोई भी परेशानी हो सकती है, चक्कर भी आ सकते हैं। गर्भवती महिलाओं के लिए उपवास रखना ना रखना उनकी शारीरिक क्षमता पर निर्भर करता है। अगर आप शारीरिक रुप से मजबूत नहीं हैं तो करवाचौथ का व्रत ना करें। इससे आपके साथ बच्चे को भी परेशानी हो सकती है।
अगर आप गर्भवती होने के बाद भी व्रत कर रही हैं तो जरूरी है कि पूरे दिन निर्जला व्रत ना करें। इससे बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। पूरे दिन भूखे रहने की बजाय थोड़ा-थोड़ा खाती रहें। जिससे कि बच्चे को भी एनर्जी मिलती रहे। फलों का सेवन व्रत में आसानी से किया जा सकता है। साथ ही ड्राई फ्रूट्स को भी खाएं। ध्यान रहे कि फल को नमक के साथ मिलाकर ना खाएं।
करवा चौथ की सुबह लेने वाली सरगी का खास ख्याल रखें। सरगी में ऐसी चीजें खाएं जो आपको दिनभर एनर्जी दे ना कि बीमार करे। जैसे की सरगी में चाय या कॉफी का सेवन कतई ना करें। इसकी बजाय आप दूध पिएं। खाली पेट चाय या कॉफी पीने से गैस की समस्या हो सकती है। इसलिए दूध पीना ज्यादा बेहतर विकल्प होगा।
करवा चौथ के दिन अगर गर्भवती महिलाएं व्रत हैं तो उन्हें दिनभर आराम करना चाहिए। सुबह सरगी में खाने पीने के बाद उन्हें ज्यादा से ज्यादा समय आराम करके बिताना चाहिए। फिर शाम को पूजा के समय ही उठना चाहिए और तैयार होकर पूजा करनी चाहिए। इससे सुस्ती और थकान कम लगेगी।
अगर व्रत के दौरान या व्रत से पहले आपका शरीर कुछ संकेत दे रहा है, जैसे- चक्कर आना, उल्टी आना, थकान महसूस करना, कमजोरी महसूस करना तो इस दौरान व्रत रखने की भूल ना करें। इससे आपकी हेल्थ को और नुकसान हो सकता है।
इसके अलावा, व्रत खोलने के तुरंत बाद चाय या कॉफी का सेवन ना बिल्कुल ना करें। कैफीन युक्त पेय पदार्थों को लेने से बचें। व्रत खोलने के बाद पेय पदार्थों के अलावा नींबू पानी का सेवन, नारियल पानी का सेवन आदि का सेवन करें।