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सीएम साहब, निजी बसों में नहीं बैठेंगी महिलाएं; उठाना पड़ेगा घाटा- फैसले पर करें विचार
शिमला। हिमाचल दिवस पर सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) द्वारा की गई घोषणाआं का जहां कुछ लोग समर्थन कर रहे हैं। वहीं कुछ लोग इसका विरोध भी जता रहे हैं। शनिवार को सीएम जयराम ठाकुर द्वारा महिलाओं (Women) को सरकारी बसों में किराए (Bus Fare) में 50 फीसदी छूट देने के फैसले के खिलाफ निजी बस ऑपरेटर निराश हो गए हैं। निजी बस ऑपरेटरों (Private Bus Operators) ने प्रदेश सरकार से इस फैसले पर फिर से विचार करने की मांग की है। ऑपरेटरों का कहना है कि जब सरकारी बसों में महिलाओं का आधा किराया लगेगा तो वह निजी बसों में क्यों बैठेंगी। इससे निजी बस ऑपरेटरों को घाटा उठाना पड़ेगा।
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निजी बस एसोसिएशन (Private Bus Association) के महासचिव नरेश कमल का कहना है कि सीएम जयराम ने हिमाचल दिवस पर महिलाओं को बसों में किराए में छूट देने की घोषणा की है, जोकि सही नही है। इससे निजी बसों में महिलाएं सफर नहीं करेगी। इसको लेकर अधिकारियों को ज्ञापन देकर इस फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की गई। उन्होंने कहा कि पहले से ही पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि की गई हैं जिससे बसें चलाना मुश्किल हो गया है और अब महिलाओं के लिए सरकारी बसों में 50 फीसदी किराए में कटौती की जो घोषणा की है उससे निजी बसों में यात्री सफर नहीं करेंगे और प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी। उन्होंने सीएम जयराम ठाकुर से इस फैसले पर पुनर्विचार (Reconsider the Decision) करने की मांग की है और निजी बस ऑपरेटरों के हितों को भी ध्यान में रखने का आग्रह किया है।
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इसके साथ ही निजी बस ऑपरेटरांे ने दो टूक कहा है कि सीएम जयराम ठाकुर का यह फैसला हाईकोर्ट के फैसले के विपरित है। हाईकोर्ट के फैसले के अनुसार प्रदेश सरकार कोई ऐसा फैसला नहीं ले सकती जिससे किसी को उससे नुकसान हो। जबकि सीएम जयराम के इस फैसले से निजी बस ऑपरेटरों को नुकसान होगा।