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आईजीएमसी में रोबोट सर्जरी के लिए सरकार को भेजा प्रस्ताव
शिमला। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज यानी कि आईजीएमसी (IGMC) में जल्द रोबोटिक सर्जरी शुरू हो सकती है। इसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही अस्पताल प्रबंधन (hospital management) जल्द मशीनें खरीद कर रोबोट के जरिए ऑपरेशन शुरू करेगा। इस संबंध में आईजीएमसी के जनरल सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ आरएस झोबटा (Dr RS Jhobta) ने बताया कि यदि सरकार की ओर से इस संबंध में मंजूरी मिल जाती है तो आंत, कैंसर, लिवर सहित गंभीर बीमारियों वाले मरीजों को इसका बहुत ज्यादा लाभ होगा।
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वर्तमान में रोबोटिक मशीन (Robotic Machine) की कीमत 25 करोड़ रुपए तक है। इस विधि से अभी तक चंडीगढ़ के चिकित्सक ही सर्जरी कर रहे हैं। वहीं डॉ झोबटा ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी में एक चिकित्सक कंसोल में बैठकर सर्जिकल साधनों की मदद से पेट के कैंसर, बड़ी आंत, प्रोस्टेट और लिवर के कैंसर का ऑपरेशन आसानी से और जल्दी कर सकेगा।
हिमाचल के जिलों में स्थित क्षेत्रीय अस्पतालों में भी लेप्रोस्कोपिक सर्जरी होगी शुरू: डॉ झोबटा
हिमाचल के जिलों में स्थित क्षेत्रीय अस्पतालों में भी अब लेप्रोस्कोपी सर्जरी शुरू होगी। इसके लिए आईजीएमसी प्रशासन की ओर से लगभग 200 डॉक्टरों (200 Doctors) को ट्रेनिंग दी गई है। ऐसे में अब उन मरीजों को इसका फायदा होगाए जो चीरफाड़ के बजाए लेप्रोस्कोपी (laparoscopy) यानि दूरबीन से ऑपरेशन करवाना चाहते हैं। सरकारी अस्पतालों की बात करें तो हिमाचल में कुछ क्षेत्रीय अस्पतालों को छोड़कर बाकी में लेप्रोस्कोपी सर्जरी नहीं होती है।
यहां से को आईजीएमसी रेफर किया जाता है। आईजीएमसी सर्जरी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ एसएस जोबटा ने कहा कि हम प्रदेश के हर अस्पताल में लेप्रोस्कोपी सर्जरी शुरू करने जा रहे हैं। इसके लिए हमने डॉक्टरों को ट्रेनिंग दी है। जल्द ही क्षेत्रीय अस्पतालों में ये सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएगी। उनका कहना है कि मरीजों को किसी तरह की दिक्कत न होए इसलिए ये फैसला लिया गया है।