-
Advertisement
बन रही हैं दो वंदे भारत- एक मजदूरों और दूसरी मध्यम वर्ग के लिए; फर्स्ट लुक
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे देश में गरीब और मध्यम वर्ग (Poor and Middle Class) दोनों ही तरह के मुसाफिरों के लिए अलग-अलग तरह की वंदे भारत ट्रेनें बना रहा है। एक नॉन एसी वंदे भारत (Non-AC Vande Bhartat) मूल रूप से मजदूरों को एक राज्य से दूसरे तक ढोने के लिए होंगी। इन ट्रेनों की लागत 65 करोड़ रुपए है। वहीं, मध्यम वर्ग के लिए लंबी दूरी की एसी वंदे भारत 100 करोड़ रुपए में बन रही हैं। इंटीगरल कोच फैक्ट्री चेन्नई (ICF Chennai) ने दोनों तरह की ट्रेनों की तस्वीरें जारी की हैं। भगवा और स्लेटी रंग के इन कोचों के बारे में रेलवे की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
इन ट्रेनों को ‘वंदे साधारण’ ट्रेन कहा जा रहा है। ये ट्रेनें किराये के लिहाज से सस्ती होंगी और सुविधाएं लग्जरी (Luxury Facilities) होंगी। इन ट्रेनों में कुल 24 कोच होंगे और दो इंजन लगाए जाएंगे। इस साल के अंत तक इन्हें तैयार कर लिया जाएगा। इन ट्रेनों की स्पीड काफी ज्यादा होगी और चेन्नई, दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई, कोलकाता और चंडीगढ़ जैसे शहरों से इनका संचालन होगा। खासतौर पर यूपी, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा जैसे राज्यों से इनकी कनेक्टिविटी बड़े शहरों (Connectivity With Big States) से की जाएगी। रेलवे का मकसद इसके पीछे यह है कि प्रवासी मजदूरों का शहरों से आवागमन आसान हो सके।
🚨 Vande Sadharan trains, an non AC economical version of Vande Bharat is getting ready. (📸- @trains_of_india) pic.twitter.com/2NMpxeSdeg
— Indian Tech & Infra (@IndianTechGuide) September 11, 2023
रेलवे ने कराया रूट का सर्वे
रेलवे सूत्रों का कहना है कि जिन रूटों पर प्रवासी मजदूरों की आवाजाही अधिक है और ट्रेनों में भारी भीड़ रहती है, उन्ही रूटों से वंदे साधारण ट्रेनों की शुरुआत की जाएगी। रेलवे ने इन रूट का सर्वे भी कराया है। आम मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के मुकाबले इनकी स्पीड ज्यादा (Enhanced Speed) होगी और स्टॉपेज भी कम रखे जाएंगे। इससे आम लोगों का सफर भी सुगम और सुहाना हो सकेगा। इनका किराया भी कम होगा।
लकड़ी की जगह आरामदायक सीटें
इन ट्रेनों को भले ही वंदे साधारण जैसा नाम दिया जाए, लेकिन सुविधाएं कम नहीं होंगी। बॉयो वैक्यूम टॉयलेट, पैसेंजर इन्फॉर्मेशन सिस्टम और हर सीट पर चार्जिंग पॉइंट होंगे। इसके अलावा अब तक लकड़ी की जो सीटें जनरल कोच में दिखती थीं, उनमें भी सुधार किया जाएगा। इन ट्रेनों में सीटें आरामदायक होंगी। हर कोच में सीसीटीवी कैमरे (CCTV Camera) भी लगाए जाएंगे ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। आपराधिक वारदातों पर भी इनके जरिए लगाम कसने में मदद मिलेगी। वंदे भारत एक्सप्रेस की तरह इनमें भी ऑटोमेटिक दरवाजे होंगे, जो ट्रेन के चलने से पहले ही बंद हो जाएंगे।
यह भी पढ़े:एचआरटीसी की बसों में क्या सामान फ्री ले जा सकते हैं-एक क्लिक पर करें चेक