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Congress Rebel MLA: धूमल को हराने के बाद सुर्खियों में आए थे राजेंद्र राणा
Rajendra Rana: सुजानपुर। राज्यसभा के लिए कांग्रेस कैंडिडेट अभिषेक मनु सिंघवी (Manu Singhvi) के विरुद्ध वोट करने वाले सभी बागी विधायकों का नेतृत्व करने वाले राजेंद्र राणा (Rajendra Rana) कौन हैं, क्या हैं, ये आज कौन नहीं जानना चाहता। हम कम शब्दों में राजेंद्र राणा के बारे में यहां आपको बताने जा रहे हैं। सुजानपुर से कांग्रेस के बागी विधायक राजेंद्र राणा कभी बीजेपी नेता और पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल (Prem Kumar Dhumal) के वफादार रहे थे।
2006-2012 तक बीजेपी के प्रवक्ता रहे
राणा वर्ष 2006-2012 तक हिमाचल बीजेपी (BJP) के प्रवक्ता और मीडिया प्रभारी थे। हालांकि वर्ष 2012 में पार्टी के साथ मतभेद होने के बाद राणा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। सुजानपुर से निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ा और कांग्रेस की अनीता वर्मा को 14,166 वोटों के अंतर से हराया। उसके बाद राणा कांग्रेस में शामिल हो गए। वर्ष 2017 में राणा तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने सुजानपुर से बीजेपी के सीएम पद का चेहरा घोषित (Prem Kumar Dhumal) प्रेम कुमार धूमल को 1,919 वोटों के अंतर से हराया। सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र हमीरपुर जिला में है।
सुक्खू कैबिनेट में मंत्री पद की आकांक्षा रखते थे
वर्ष 2022 में राणा ने बीजेपी प्रत्याशी रणजीत सिंह को हराकर फिर जीत हासिल की, लेकिन अंतर 399 वोटों का था। राणा वर्तमान सुखविंदर सिंह सुक्खू कैबिनेट (Sukhwinder Singh Sukhu Cabinet) में मंत्री पद की आकांक्षा रखते थे। लेकिन, जगह सुरक्षित करने में असफल रहे। यह उनके विद्रोह का एक संभावित कारण था। राणा फिलहाल राज्यसभा के लिए कांग्रेस कैंडिडेट अभिषेक मनु सिंघवी के विरुद्ध वोट करने वाले सभी विधायकों का नेतृत्व कर रहे हैं।
-अशोक राणा