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लॉकडाउन के बीच बड़ी राहत – Repo Rate में 0.40 फीसदी कटौती, लोन की किस्त पर 3 महीने की छूट
नई दिल्ली। देश को कोरोना और लॉकडाउन के चलते आए संकट से उबारने के लिए केंद्र सरकार कई प्रयास कर रही है। इसके लिए मोदी सरकार ने करीब 21 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश के सामने इस पैकेज का ब्यौरा भी रख चुकी हैं। अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक बार फिर रेपो रेट (Repo Rate) कटौती का ऐलान किया है। रेपो रेट में 0.40 फीसदी की कटौती के बाद आरबीआई की रेपो रेट 4.40 फीसदी से घटकर 4 फीसदी हो गई है। इसके साथ ही लोन की किस्त देने पर 3 महीने की अतिरिक्त छूट दी गई है। मतलब अगर आप अगले 3 महीने तक अपने लोन की ईएमआई नहीं देते हैं तो बैंक दबाव नहीं डालेगा।
RBI Governor’s address https://t.co/lgJvUP91iE
— ReserveBankOfIndia (@RBI) May 22, 2020
इससे पहले रेपो रेट में की गई थी 0.75 फीसदी कटौती
आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) ने बताया कि पिछले तीन दिन में एमपीसी ने घरेलू और ग्लोबल माहौल की समीक्षा की। इसके बाद रेपो रेट में 0.40 फीसदी की कटौती का फैसला लिया गया है। लॉकडाउन में यह दूसरी बार है जब आरबीआई ने रेपो रेट पर कैंची चलाई है। इससे पहले 27 मार्च को आरबीआई गवर्नर ने 0.75 फीसदी कटौती का ऐलान किया था। इसके बार बैंकों ने लोन पर ब्याज दर कम कर दिया था। इससे ईएमआई भी पहले के मुकाबले कम हो गई है।
इसके अलावा आरबीआई गवर्नर ने कहा –
- पहली छमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ 2020-21 में निगेटिव रहेगी। हालांकि साल के दूसरे हिस्से में ग्रोथ में कुछ तेजी दिख सकती है।
- रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है
- लॉकडाउन से आर्थिक गतिविधियों में भारी गिरावट, छह बड़े औद्योगिक राज्यों में ज्यादातर रेड जोन रहे
- मार्च में कैपिटल गुड्स के उत्पादन में 36 फीसदी की गिरावट
- कंज्यूमर ड्यूरेबल के उत्पादन में 33 फीसदी की गिरावट
- औद्योगिक उत्पादन में मार्च में 17 फीसदी की गिरावट
- मैन्युफैक्चरिंग में 21 फीसदी की गिरावट। कोर इंडस्ट्रीज के आउटपुट में 6।5 फीसदी की कमी।
- खरीफ की बुवाई में 44 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है
- खाद्य महंगाई फिर अप्रैल में बढ़कर 8।6 फीसदी हो गई
- दालों की महंगाई अगले महीनों में खासकर चिंता की बात रहेगी
- इस छमाही में महंगाई उंचाई पर बनी रहेगी, लेकिन अगली छमाही में इसमें नरमी आ सकती है
- 2020-21 में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार 9।2 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी दर्ज की गई। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अभी 487 बिलियन डॉलर का है।
- 15,000 करोड़ रुपये का क्रेडिट लाइन एग्जिम बैंक को दिया जाएगा
- सिडबी को दी गई रकम का इस्तेमाल आगे और 90 दिन तक करने की इजाजत