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![](https://himachalabhiabhi.com/wp-content/uploads/2022/08/google-doodle-4.jpg)
गूगल ने अन्ना मणि को किया याद, मौसम की भविष्यवाणी करना बनाया था आसान
आमतौर सभी लोग हर दिन गूगल (Google) पर कुछ ना कुछ सर्च करते ही हैं। आज आपने देखा होगा कि गूगल ने अपने डूडल (Doodle) पर किसी महिला की एनिमेटेड तस्वीर शेयर की है। क्या आप जानते हैं कि ये महिला कौन हैं और क्यों गूगल ने इन्हें आज याद किया है।
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बता दें कि गूगल ने डूडल के जरिए मंगलवार को भारतीय मौसम विज्ञानी अन्ना मणि (Anna Mani) को याद किया है। आज अन्ना मणि का 104वां जन्मदिन है। अन्ना मणि वे महिला थीं, जिनके कारण देश में मौसम की भविष्यवाणी करना आसान हुआ। अन्ना मणि ने मौसम की भविष्यवाणी करने वाले ऐसे उपकरण तैयार किए, जिनसे एक दम सटीक जानकारी मिलना आसान हुआ।
![google doodle of Anna Mani](https://himachalabhiabhi.com/wp-content/uploads/2022/08/google-doodle-1.jpg)
अन्ना मणि का जन्म 23 अगस्त, 1918 को केरल के पीरूमेडू में हुआ था। अन्ना मणि को “भारत की मौसम महिला” के नाम से जाना जाता है। अन्ना मणि को फिजिक्स से बहुत ज्यादा लगाव था। उन्होंने 1939 में चेन्नई (मद्रास) के प्रेसीडेंसी कॉलेज से फिजिक्स और केमेस्ट्री में ग्रेजुएशन की। इसके बाद 1945 में वे पढ़ाई करने के लिए लंदन के इम्पीरियल कॉलेज पहुंची। इसी दौरान वे मौसम से जुड़े हुए इक्विपमेंट इस्तेमाल करने में एक्सपर्ट हो गईं।
वहीं, लंदन में पढ़ाई और ट्रेनिंग पूरी करने के बाद वे 1948 में वापस भारत लौटीं। यहां उन्होंने अपनी पहली नौकरी की शुरुआत मौसम विभाग से की। इस दौरान उन्होंने ऐसे कई उपकरणों को तैयार किया, जो मौसम की भविष्यवाणी करने का काम करते हैं। साथ ही साथ उन्होंने मौसम विज्ञान और उससे जुड़े उपकरणों पर कई रिसर्च पेपर भी लिखे।
अन्ना मणि की उपलब्धियां
अन्ना मणि ने बेंगलुरु में एक ऐसी लैब की स्थापना की, जिसका काम हवा की गति और सोलर एनर्जी को मापना था। उनकी उपलब्धियों और मौसम अनुमान के क्षेत्र में जज्बे को देखते हुए 1969 में भारतीय मौसम विभाग उन्हें उप महानिदेशक नियुक्त किया गया। अन्ना मणि ने उस दौर में ओजोन परत पर रिसर्च की थी।
![google doodle of Anna Mani](https://himachalabhiabhi.com/wp-content/uploads/2022/08/google-doodle-2.jpg)
इसके बाद 1976 में अन्ना मणि रिटायर हुईं। अन्ना मणि हमेशा खादी और स्वदेशी कपड़े पहनती थीं। इसका कारण ये था कि वे महात्मा गांधी की सोच से काफी प्रभावित रहीं। साल 2001 में 16 अगस्त को केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में अन्ना मणि का निधन हो गया।
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