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15 दिनों के भीतर ही आ गया दूसरा ग्रहण, जानें क्यों है खास; क्या होगा प्रभाव
Last Updated on January 9, 2020 by
नई दिल्ली। साल 2019 के अंत में 26 जनवरी को दशक का आखिरी सूर्यग्रहण लगा था, जिसके 15 दिनों के अंदर यानी एक ही पखवाड़े में अब दूसरा ग्रहण लगने जा रहा है। यह ग्रहण 10 जनवरी को यानी कल लगेगा, जो प्रच्छाया चंद्र ग्रहण होगा। इस ग्रहण की खासियत यह है कि इसे आंखों से नहीं देखा जा सकता। हालांकि इसका प्रभाव सामान्य ग्रहण जितना ही होगा। इस ग्रहण के प्रभाव से चंद्रमा धुंधला होता नजर आएगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये साल का पहला ग्रहण है और इस साल में कुल 6 ग्रहण लगेंगे जिसमें 2 सूर्य और 4 चंद्र ग्रहण होंगे। ग्रहण के विषय में जानकारों का कहना है कि इसका प्रभाव पूरे विश्व पर देखने को मिलेगा। ज्योतिषियों के मुताबिक जब कभी भी एक पखवाड़े में दो ग्रहण पड़ते हैं तो पृथ्वी के प्लेटोनिक स्तर के आपस में टकराने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इस ग्रहण का मध्य भाग समुद्र के बीच में पड़ रहा है, इसलिए जल से संबंधित आपदा आने की संभावना ज्यादा है।
इस ग्रहण के प्रभाव से षडग्रही योग बन रहा है। इस चंद्र ग्रहण में पांच ग्रह एक साथ होंगे जबकि चंद्रमा और राहु एकसाथ होंगे। इस बार का चंद्र ग्रहण इस ओर इशारा कर रहा है कि इस दौरान आक्रोश से भरी कोई घटना हो सकती है। गर्भवती महिलाओं को इस दौरान चंद्रमा की रौशनी में जाने से बचना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण के दौरान अपनी नाभि पर चंदन का लेप लगाएं, तुलसी के पत्ते का सेवन करें और घर में गंगाजल का छिड़काव करें।