-
Advertisement

ट्रेनिंग पर बुलाए युवा पंचायत प्रतिनिधि, पर ट्रेनिंग करवाने वाले अधिकारी रहे नदारद
शिमला | राजधानी में शिमला जिला प्रशासन (Shimla District Administration) की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल यहां पर हाल ही में निर्वाचित युवा पंचायत प्रतिनिधियों ( Newly Panchayat Representative) की ट्रेनिंग होनी थी, लेकिन ट्रेनिंग शेड्यूल (Training Schedule) पोस्टपोन कर दिया गया। हैरानी इस बात कि है कि जिन युवा पंचायत प्रतिनिधियों की ट्रेनिंग (Training of Panchayat Representative) होनी थी उन्हें ही इस बात की जानकारी नहीं दी गई। ऐसे में हाल ही में नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधि दूर-दराज के क्षेत्रों से ट्रेनिंग के लिए शिमला (Shimla) पहुंच गए, लेकिन उन्हें पता चला कि ट्रेनिंग शेड्यूल तो पोस्टपोन कर दिया गया है। हालांकि जैसे ही मामला मीडिया (Media) में आया तो जिला पंचायत अधिकारी ने आनन-फानन में ट्रेनिंग शुरू करवा दी गई।
यह भी पढ़ें: Himachal : पंचायत में पैसे के दुरुपयोग पर वन मंत्री सख्त, BDO करेंगे जांच
जानकारी के अनुसार शिमला जिला प्रशासन ने आज हाल ही में पंचायती राज चुनाव में जीत कर आए युवा पंचायत प्रतिनिधियों की ट्रेनिंग करवाने का कार्यक्रम रखा था। युवा पंचायत प्रतिनिधियों की यह ट्रेनिंग शिमला के बचत भवन में सुबह 10:00 बजे से होनी थी, लेकिन जिला प्रशासन युवा पंचायत प्रतिनिधियों को बुलाकर भूल गया। ऐसे में काफी देर तक युवा पंचायत प्रतिनिधि बचत भवन के बाहर इंतजार करते रह गए, लेकिन कोई नहीं पहुंचा। बताया जा रहा है कि नवनिर्वाचित युवा पंचायत प्रतिनिधि शिमला जिला के दूरदराज क्षेत्रो से प्रशिक्षण के लिए सुबह 10:00 बजे ही बचत भवन शिमला पहुंच गए थे।
यह भी पढ़ें: Himachal: ग्राम सभा की पहली बैठक की तिथि तय, इस दिन होगी- बजट होगा पारित
युवा पंचायत प्रतिनिधियों की काफी देर तक किसी ने सुध नहीं ली। इसके बाद मामला मीडिया में आया तो आनन-फानन में जिला पंचायत अधिकारी ने बचत भवन खुलवा कर युवा प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण देना शुरू किया। इस बारे में जब अतिरिक्त जिला उपायुक्त और जिला पंचायत अधिकारी (District Panchayat Officer Shimla) से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम को 24 फरवरी के लिए पोस्टपोन कर दिया था, लेकिन जो लोग आज पहुंच गए हैं उनको भी ट्रेनिंग दी जाएगी।जानकारी के अनुसार प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आठ से दस युवा प्रतिनिधि ही पहुंचे थे। आपको बता दें कि जिला प्रशासन ने प्रशिक्षण शिविर की तिथियां तो पोस्टपोन कर दी थीं, लेकिन जिन लोगों को 20 फरवरी यानी आज ट्रेनिंग के लिए बुलाया था उनको जानकारी देना ही जिला प्रशासन भूल गया था। जिला प्रशासन की तरफ़ इस तरह की लापरवाही सामने आना अपने आप में ही गंभीर है।
हिमाचल की ताजा अपडेट Live देखनें के लिए Subscribe करें आपका अपना हिमाचल अभी अभी YouTube Channel…