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हिमाचल में भूखों को खिलाने के लिए भी लेना हो परमिशन, नहीं तो प्रशासन बोलेगा अवैध है
शिमला। जिस लंगर में गरीब मरीज भरपेट रोटी खाते थे। प्रशासन ने अवैध बताकर खाली करवा दिया है। पूरा मामला हिमाचल के सामाजिक कार्यकर्ता (Social Worker) वेला बॉबी यानी सरबजीत सिंह से जुड़ा है। देश भर में विख्यात बेला बॉबी यानी सरबजीत सिंह (Sarabjeet Singh) के जिस लंगर से रोजाना हजारों मरीजों व उनके तीमारदारों का पेट भरता था, उसे आईजीएमसी प्रशासन (IGMC Administration) ने अवैध बताकर हटा दिया है। शनिवार को कैंसर अस्पताल के समीप चल रहे लंगर को प्रशासन ने पुलिस की मदद से हटा दिया।
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शनिवार को हुआ था विवाद
आईजीएमसी में शनिवार दोपहर बाद कैंसर अस्पताल के समीप चल रहे लंगर में विवाद खड़ा हो गया। आईजीएमसी प्रशासन ने लंगर लगाने वाली जगह को अवैध बता कर खाली करवा लिया। यही नहीं, प्रशासन ने जब जांच की, तो सामने आया कि वहां लगे बिजली और पानी के कनेक्शन भी अवैध पाए। इसी पर कार्रवाई करते हुए आईजीएमसी प्रशासन ने शनिवार दोपहर अपने सुरक्षाकर्मियों को भेज जगह खाली कराने को कहा। इस दौरान वहां धक्का मुक्की भी हो गई। सूचना मिलते ही क्यूआरटी ने मोर्चा संभाला और लोगों को शांत कराया।
बिजली और पानी के भी कनेक्शन काटे
आईजीएमसी के एमएस डॉ जनक राज के नेतृत्व में अस्पताल प्रशासन लंगर के पास पहुंचा। लंगर चलाने वाले बॉबी से उन्होंने लंगर चलाने से जुड़े कागजात मांगे। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने संबंधित विभागों को कनेक्शन काटने और लंगर हटाने के निर्देश दिए। गोरतलब है कि कैंसर अस्पताल के समीप एक निजी संस्था पिछले 6 सालों से लंगर लगा रही है। जिसमे मरीजों और तीमारदारों को निशुल्क खाना दिया जा रहा था। जनवरी में भी यह मुद्दा उठा था तब लंगर चलाने वाले सरबजीत सिंह बॉबी ने कहा था कि 31 मार्च 2021 को यह लंगर छोड़ कर चले जाएंगे। लेकिन अभी भी लंगर जारी है। इस पर आईजीएमसी के एमएस डॉक्टर जनक राज ने बताया आईजीएमसी की संपत्ति पर अवैध कब्जा था। जिसे हटाया गया है। उनका कहना था कि अस्पताल मरीजों के लिए है।
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