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इस बार भाई को राखी बांधने का क्या है शुभ महूर्त… यहां पढ़े
भाई-बहन के प्रेम का त्योहार रक्षाबंधन आने वाला है। हिंदू पंचांग के अनुसार, रक्षाबंधन हर साल सावन महीने की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है। भाई और बहन के रिश्ते को समर्पित यह त्योहार इस बार 22 अगस्त, रविवार के दिन मनाया जाएगा। यह पर्व है। इस साल रक्षाबंधन के मौके पर धनिष्ठ नक्षत्र पड़ रहा है साथ ही महासंयोग भी बन रहा है।
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:57:51 से दोपहर 12:49:52 तक। अमृत काल: सुबह 09:34 से 11:07 तक।
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:33 से 05:21 तक।
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इस रक्षाबंधन पर गुरु और चंद्रमा की मौजूदगी की वजह से गजकेसरी योग बनने जा रहा है। इस योग में जातक की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। गज केसरी योग काफी कल्याणकारी बताया गया है। गौरतलब है कि जब चंद्रमा और गुरु बीच में एक दुसरे की तरफ दृष्टि करके विराजमान हों तब गजकेसरी योग बनता है। इस रक्षाबंधन पर शोभन योग प्रात: 06 बजकर 15 मिनट से प्रात: 10 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। इसे अच्छा योग बताया गया है। इस योग में सभी तरह के मांगलिक कार्य किये जा सकते हैं। शोभन योग काल: 21 अगस्त रात 12:54 से 22 अगस्त सुबह 10:33
धनिष्ठा नक्षत्रः शाम को करीब 07 बजकर 39 मिनट तक रहेगा। मंगल ग्रह धनिष्ठा का स्वामी है। इस नक्षत्र के समय शुभ मुहूर्त देखकर राखी बांधी जा सकती है। धनिष्ठा काल: 21 अगस्त रात 08:21 से 22 अगस्त शाम 07:39 बजे तक।
शुभ महूर्रत : शाम 17:10:01 से 18:02:03 तक
भद्रा काल: भद्रा काल 23 अगस्त, 2021 सुबह 05:34 से 06:12 तक रहेगा।
भद्राकाल और राहुकाल में किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं किया जाता है। इस अवधि में राखी बांधने से बचें।
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