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RRVL की चांदी: सिल्वर लेक ने किया अतिरिक्त निवेश; अबुधाबी की मुबादला से करोड़ों का सौदा तय
नई दिल्ली। कोरोना काल के दौरान जहां बड़े-बड़े उद्योगपतियों की हवा ढीली हो गई है, वहीं रिलायंस इंडस्ट्री आपदा को अवसर बनाते हुए लगातार आगे बढ़ती जा रही है। इस सब के बीच हाल ही में शुरू किए गए रिलायंस रिटेल में भी निवेश की बहार है। कंपनी ने दो नई डील क्रैक करने में सफलता हासिल की है। ताजा अपडेट के अनुसार अबू धाबी की मुबादला इंवेस्टमेंट (Mubadala Investment) कंपनी 1.40% इक्विटी के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) में 6,247.5 करोड़ रुपए का निवेश करने का निर्णय लिया है। वहीं, दूसरी तरफ मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) में सिल्वर लेक (silver Lake) के सह निवेशक अतिरिक्त 1,875 करोड़ रुपए का निवेश करेंगे। यह तीन सप्ताह के भीतर आरआरवीएल में पांचवां निवेश है।
मुबादला ने इससे पहले जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश किया था
अबू धाबी की मुबादला इंवेस्टमेंट कंपनी द्वारा किया जा रहा 6,247.5 करोड़ रुपए का निवेश रिलायंस रिटेल में चौथा बड़ा निवेश होगा। गुरूवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) ने इस निवेश की घोषणा की। सौदे में रिलायंस रिटेल की प्री-मनी इक्विटी को 4.285 लाख करोड़ रूपय आंका गया। साल की शुरुआत में मुबादला ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 1.2 अरब डॉलर का निवेश किया था। यह मुबादला का रिलायंस इंडस्ट्रीज की एक सहायक कंपनी में दूसरा निवेश है।
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वहीं, एक दिन पहले ही बुधवार को कंपनी में जनरल अटलांटिक ने निवेश किया था, साथ ही सिल्वर लेक ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई थी। इस अतिरिक्त निवेश किए जाने के बाद आरआरवीएल में सिल्वर लेक और उसके सह निवेशकों का कुल निवेश 9,375 करोड़ रुपए और कंपनी की कुल हिस्सेदारी बढ़कर 2.13 प्रतिशत हो जायेगी। सिल्वर लेक के सहयोगी निवेशकों का यह नया निवेश आरआरवीएल की प्री इक्विटी 4.285 लाख करोड़ रुपए पर हुआ है। यह सिल्वर लेक के आरआरवीएल में निवेश के लिए किये गए 4.21 लाख करोड़ रुपए के पहले मूल्यांकन से 7,000 करोड़ रुपए अधिक है।
रिलायंस रिटेल है देश का सबसे बड़ा और तेजी से विकसित होने वाला रिटेल बिजनेस
रिलायंस रिटेल लिमिटेड के देश भर मे फैले 12 हजार से ज्यादा स्टोर्स में सालाना करीब 64 करोड़ खरीददार आते हैं। यह भारत का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से विकसित होने वाला रिटेल बिजनेस है। रिलायंस रिटेल के पास देश के सबसे लाभदायक रिटेल बिजनेस तमगा भी है। कंपनी खुदरा वैश्विक और घरेलू कंपनियों, छोटे उद्योगों, खुदरा व्यापारियों और किसानों का एक ऐसा तंत्र विकसित करना चाहती है, जिससे उपभोक्ताओं को किफायती मूल्य पर सेवा प्रदान की जा सके और लाखों रोजगार पैदा किए जा सकें। रिलायंस रिटेल ने अपनी नई वाणिज्य रणनीति के तहत छोटे और असंगठित व्यापारियों का डिजिटलीकरण शुरू किया है। कंपनी का लक्ष्य 2 करोड़ व्यापारियों को इस नेटवर्क से जोड़ना है। यह नेटवर्क व्यापारियों को बेहतर टेक्नॉलोजी के साथ ग्राहकों को बेहतर मूल्य पर सेवाएं देने में सक्षम बनाएगा।