-
Advertisement

मौसम: पहाड़ों पर Snowfall, मैदानी क्षेत्रों में बारिश का दौर शुरू, चिंता में डूबे बागवान-किसान
शिमला। प्रदेश भर में मौसम का मिजाज बिगड़ गया है। अप्रैल माह में बारिश और बर्फबारी (Rain & Snowfall) ने लोगों को एक बार फिर गर्म कपड़े पहनने को मजबूर कर दिया है। वहीं किसानों और बागवानों की चिंताएं बढ़ गई है। बुधवार को राजधानी शिमला (Shimla) सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश हुई है। जबकि रोहतांग दर्रा सहित कुल्लू और लाहुल स्पीति की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी का क्रम जारी है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने बुधवार और गुरुवार को मौसम के खराब रहने का पूर्वानुमान लगाया हैं। बुधवार सुबह से ही प्रदेश भर में मौसम खराब बना हुआ है। पहाड़ों पर बर्फबारी से अप्रैल के दूसरे सप्ताह में भी ठंड का कहर जारी है। वहीं ओलावृष्टि व अंधड़ से सेब की फ्लावरिंग पर संकट छा गया है। जिससे बागवानों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं। वहीं मैदानी इलाकों में बारिश से लोगों को गेहूं की फसल की चिंता सताने लगी है। उन्हें नगदी फसलों के भी खराब होने का डर सता रहा है।
बता दें कि मार्च माह में भी लगातार पहाड़ों में बर्फबारी व निचले इलाकों में बारिश व ओलावृष्टि हुई थी जिससे की प्लम की करीब 60 से 70 फीसदी फसल को नुकसान हुआ है। इसी तरह से इन दिनों सेब के बगीचों में फ्लावरिंग का दौर शुरू हो गया है। लेकिन ऐसे समय में बारिश और बर्फबारी से इसको नुकसान हो सकता है। बता दें कि जिला कुल्लू में 95 प्रतिशत लोग बागवानी से जुड़े हैं। मगर मौसम की बेरुखी ने इन बागवानों की चिंता को बढ़ा दिया है। इसी तरह से रोहतांग व इसके आसपास के क्षेत्रों में बर्फबारी होने से बीआरओ को रोहतांग बहाली का कार्य एक बार फिर रोकना पड़ गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश के सभी क्षेत्रों में बुधवार और गुरुवार को भी मौसम खराब रहेगा। मैदानी और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश-ओलावृष्टि और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है। जबकि 10 अप्रैल से पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने की संभावना जताई गई है।