-
Advertisement
UPSC परीक्षा में तीसरा रैंक हासिल करने वाली गामिनी का हिमाचल से है नाता
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) (Union Public Service Commission) ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2021 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है। खास बात ये है कि इस बार रिजल्ट में लड़कियों का दबदबा रहा है। इस परीक्षा में देशभर में तीसरा स्थान हासिल करने वाली गामिनी सिंगला का हिमाचल से नाता है।
ये भी पढ़ें-फेल होने पर टीचर ने कहा था ‘जीरो’, मेहनत कर बने IAS ऑफिसर
गामिनी ने दूसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में कामयाबी हासिल की है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता डॉ. आलोक सिंगला को दिया है। गामिनी की माता भी डॉक्टर हैं और हिमाचल (Himachal) में कार्यरत हैं। गामिनी के पिता हिमाचल के बिलासपुर जिले के नयना देवी के सिविल अस्पताल में कार्यरत हैं।
गामिनी ने कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल की हुई है। गामिनी ने बताया कि वो रोज 9 से 10 घंटे पढ़ाई करती थीं। गामिनी ने पटियाला में कोचिंग भी ली, लेकिन उन्होंने ज्यादातर फोकस सेल्फ स्टडी पर किया। यूपीएससी परीक्षा में समाजशास्त्र उनका वैकल्पिक विषय था।
गामिनी ने कहा कि महिलाएं मेहनत और समर्पण के बल पर कुछ भी हासिल कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि वे देश के विकास और लोगों के कल्याण के लिए काम करना चाहती हैं। बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग की ओर से जारी किए गए परिणाम के अनुसार इस परीक्षा में कुल 685 उम्मीदवारों का चयन किया गया है।
ऊना के रजत ने हासिल किया 539वां रैंक
इसी तरह से जिला ऊना रजत बीटन ने यूपीएससी में 539वां रैंक हासिल किया है। मूल रूप से हरोली उपमंडल की बीटन ग्राम पंचायत के निवासी रजत अपने परिवार के साथ पंजाब के संगरूर जिले के धुरी कस्बे में रहते हैं। 23 वर्षीय रजत बीटन ने श्री गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल धुरी से 12वीं तक की शिक्षा ली और 97 प्रतिशत अंक हासिल किए। इसके बाद उन्होंने श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स दिल्ली से साल 2020 में बीकॉम स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके साथ वह यूपीएससी की तैयारी भी करते रहे। दो साल बाद 23 साल की उम्र में यूपीएससी परीक्षा में 539वां स्थान हासिल करने में सफलता हासिल की।