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आजादी के बाद पहली बार Mahashivratri मेले में शिरकत करेंगे सुकेत के देवी-देवता
Last Updated on January 3, 2020 by Vishal Rana
सुंदरनगर। मंडी में होने वाला महाशिवरात्रि मेला (Mahashivratri Festival) इस बार ऐतिहासिक होने जा रहा है, क्योंकि आजादी के बाद पहली बार सुकेत के देवी- देवता अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत करेंगे। सुकेत सर्व देवता कमेटी सुंदरनगर और सर्व देवता कमेटी मंडी में आजादी के बाद से सभी रियासतों के विलय होने के मतभेद उभर कर सामने आए थे। इसके बाद मंडी (Mandi) शिवरात्रि मेले में सुकेत के देवताओं को नहीं बुलाया जाता था। इन्हीं आपसी मतभेद को सुलझाने के लिए दोनों कमेटियों की संयुक्त बैठक (Meeting) सुंदरनगर में आयोजित की गई। इसमें ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए दोनों समितियों ने विवाद सुलझा लिया है।
सुकेत के देवी-देवता होंगे पंजीकृत
शिवरात्रि मेले में सुकेत के देवताओं को पंजीकृत करने की मांग काफी समय से उठाई जा रही थी। इस बैठक में दोनों कमेटियों के मध्य आपसी विवादों को लेकर चर्चा की गई। इसके उपरांत सुकेत सर्व देवता कमेटी की सभी मांगों को मंडी सर्व देवता कमेटी ने स्वीकार करते हुए शिवरात्रि मेले में सुकेत के देवी-देवताओं को पंजीकृत करने का वादा किया और निर्णय लिया गया कि शिवरात्रि मेले में मान सम्मान के साथ सुकेत के देवताओं को बुलाया जाएगा। सर्व देवता समिति के प्रधान शिवपाल शर्मा ने कहा कि दोनों समितियों ने इस बार सकारात्मक रुख अपनाया है। सुकेत सर्व देवता कमेटी के प्रधान अभिषेक सोनी ने बैठक के बाद बताया कि दोनों देव कमेटियों के बीच चल रहा विवाद अब खत्म हो गया है। जल्द सुकेत के देवता मंडी शिवरात्रि मेले में खुशी से शिरकत करेंगे।
क्यों था विवाद
बता दें कि सुकेत सर्व देवता कमेटी सुंदरनगर और सर्व देवता कमेटी मंडी के बीच विवाद सुकेत के देवताओं को शिवरात्रि मेले में न बुलाने के कारण हुआ था। आजादी के बाद से सभी रियासतों के विलय होने के बाद भी राजाओं की परंपराओं को कायम रखते हुए सुकेत के देवताओं को शिवरात्रि में नहीं बुलाया जाता है। लेकिन, सुंदरनगर में हुई बैठक में दोनों कमेटियों ने एक साथ विवाद को विराम लगाते हुए मान्य निर्णय लिए।