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हिमाचलः धारा 144 के बीच स्वर्ण संगठनों की आरक्षण यात्रा पहुंची ऊना, हुआ भव्य स्वागत
Last Updated on November 28, 2021 by saroj patrwal
ऊना। स्वर्ण संगठनों की ओर से निकाली गई आरक्षण की शव यात्रा हरिद्वार में संपन्न होने के बाद वापस हिमाचल पहुंच गई है। प्रदेश के प्रवेश द्वार मैहतपुर में इस यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। हालांकि दलित समाज की यात्रा का विरोध करने की चेतावनी के मद्देनजर धारा 144 लागू की गई थी। देवभूमि क्षत्रिय संगठन की ओर से धर्मशाला के विधानसभा परिसर तक निकाली जाने वाली इसे स्वर्ण अधिकार यात्रा में सैकड़ों स्वर्ण समाज के लोग सम्मिलित हुए। स्वर्ण समाज की दर्जनों संस्थाओं ने प्रदेश के प्रवेश द्वार में इस यात्रा का ढोल नगाड़ों की थाप के बीच भव्य स्वागत किया। प्रदेश के प्रवेश द्वार में हिमाचल आने वाली हर गाड़ी की पुलिस विभाग द्वारा सघन जांच की गई। कुल मिलाकर पुलिस और प्रशासन किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तरह हर मोर्चे पर मुस्तैद दिखाई दिए।
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स्वर्ण संगठनों द्वारा हरिद्वार से शुरू की गई स्वर्ण अधिकार यात्रा का रविवार को हिमाचल प्रदेश पहुंचने पर प्रवेश द्वार कस्बा मैहतपुर में जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान स्वर्ण समाज की दर्जनों संस्थाओं के सैकड़ों कार्यकर्ता यात्रा की अगवानी के लिए प्रदेश की सीमा पर जुटे रहे। यात्रा के हिमाचल पहुंचने से ठीक पूर्व जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा दलित समाज की यात्रा का विरोध करने की चेतावनी और स्वर्ण संगठनों के यात्रा पर अडिग रहने के फैसले के मद्देनजर पैदा हुए तनाव के चलते धारा 144 लागू की गई। जिसके चलते जिला के प्रमुख मार्गों पर पुलिस बल का काफी पहरा रहा। जिला में चल रहे राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के प्रवास के चलते भी पुलिस और प्रशासन इस यात्रा को हल्के में लेने से बचते दिखाई दिए। प्रशासन द्वारा धारा 144 लागू करने के साथ ही कुछ जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी किए गए
जिसके तहत यात्रा का रूट बदलने का निर्देश सबसे प्रमुख रहा। हालांकि प्रशासन द्वारा यात्रा को नहीं रोके जाने की बात भी कही गई थी। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के तमाम प्रवेश द्वारों पर वाहनों की सघन जांच के बाद ही उन्हें हिमाचल प्रदेश में प्रवेश दिया गया। हिमाचल प्रदेश में स्वर्ण अधिकार यात्रा के प्रवेश करते ही जोरदार नारेबाजी के बीच एक बार फिर स्वर्ण आयोग की मांग जोर पकड़ती हुई दिखाई दी। वही स्वर्ण संगठनों ने 10 दिसंबर को धर्मशाला में विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान भी इस मांग को जोरदार तरीके से उठाने का ऐलान किया। यात्रा की अगुवाई कर रहे रूमीत सिंह राजपूत ने कहा कि स्वर्ण अधिकार यात्रा किसी भी धमकी से डरकर बंद नहीं की जाएगी। स्वर्णो का अधिकार उन्हें दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। धर्मशाला में 10 दिसंबर को गंगाजल से विधायकों का शुद्धिकरण किया जाएगा जिसके लिए हरिद्वार से पर्याप्त मात्रा में गंगा जल लाया गया है।
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