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अनुबंध में ना लिए जाने पर नाराज है तकनीकी शिक्षा विभाग में कार्यरत कर्मी
कांगड़ा/चंबा/सुंदरनगर। कोरोना संकट के बीच हुई कैबिनेट की बैठक में अनुबंध कर्मियों को हित में निर्णय लिया गया वहीं अनुबंध में आने की राह देख रहे हजारों तकनीकी शिक्षा विभाग में कार्यरत एसडब्ल्यूएफ (हावर्ली बेसिस/फुल टाइम), आईएमसी (SWF/IMC) कर्मचारियों की आशा पर पानी फ़िर गया। जिस कारण इन कर्मचारियों में जयराम सरकार के प्रति काफी रोष दिख रहा है। जाहिर है जयराम सरकार ने 30 मार्च, 2020 तक अपना तीन साल अनुबंध का कार्यकाल पूरा कर चुके कर्मचारियों के साथ ही 30 सितंबर 2020 को तीन साल का अनुबंध काल पूरा करने वाले कर्मचारियों को भीनियमित करने के साथ ही निक वेतन भोगी, कंटीजेंट पेड इंप्लाइज को भी नियमित करने का निर्णय लिया परन्तु फिक्सड सैलरी पर कार्यरत तकनीकी शिक्षा विभाग में कार्यरत एसडब्ल्यूएफ/आईएमसी कर्मचारियों के बारे में सोचा तक नहीं। जबकि ये कर्मी 31 मार्च 2020 से पहले अनुबंध में आने के लिए अपना कार्यकाल पूरा कर चुके है।
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तकनीकी शिक्षा विभाग में कार्यरत यह कर्मचारी प्रदेश में चल रहे लॉकडाउन के दौरान भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इनमें कुछ चतुर्थ कर्मचारी रोज ड्यूटी देने जा रहे है, तो कुछ घर से ही ऑनलाइन स्टडी का अलख जगा रहें हैं। फिक्स सैलरी होने के कारण ये वर्ग अपने परिवार को पालन पोषण कठिनाई से कर रहा है। विभिन्न औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में अपने सेवाएं दे रहे हजारों ट्रेनर 31 मार्च 2020 तक खुद को अनुबंध में आने पर जहां खुश होने वाले थे, वहीं भविष्य की योजनाएं भी बना बैठे थे । पर इनको अनुबंध में लेने की कोई प्रक्रिया विभाग द्वारा नहीं की गई जिस कारण जहां इनको वित्तीय नुकसान हो रहा है वहीं इनके भविष्य की वरिष्ठता पर भी सवाल खड़ा हो गया है। तकनीकी शिक्षा विभाग ने पिछले वर्ष सितम्बर 2019 में अनुबंध में आने वाले कर्मचारियों को 25 फरवरी 2020 में आर्डर पारित किए, जिस कारण इन्हें वित्तीय हानि का सामना करना पड़ा और जिन कर्मचारियों को 31 मार्च 2020 में अनुबंध में आना था अभी तक उनके आर्डर ही पारित नहीं किए गए। जबकि इन कर्मचारियों का सारा रिकॉर्ड आईटीआई,निदेशालय तकनीकी शिक्षा सुंदरनगर भी पहुंच गया है परन्तु अभी तक इन कर्मचारियों को अनुबंध में लाने की प्रक्रिया नहीं की गई। एसडब्ल्यूएफ/आईएमसी (SWF/IMC) वेलफेयर सोसायटी ने प्रदेश सरकार से अनुरोध किया है कि जिस प्रकार 30 मार्च 2020 और 30 सितंबर 2020 तक तीन साल पूरा कर चुके कर्मचारियों को नियमित किया गया है ,इसी आधार पर 30 मार्च 2020 तक अनुबंध में आने वाले प्रदेश की विभिन्न औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में अपनी सेवाएं दे रहे एसडब्ल्यूएफ/आईएमसी (SWF/IMC) कर्मचारियों के बारे में सारात्मक सोच रखते हुए उन्हें अनुबंध में लें।