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हिमाचल में Online पढ़ाई से छूटे छात्रों को शिक्षक घर द्वार देंगे शिक्षण सामग्री
शिमला। कोरोना महामारी में सबसे ज्यादा नुकसान शिक्षा व्यवस्था को हुआ है। हालांकि ऑनलाइन पढ़ाई (Online Study) ने इस नुकसान की कुछ हद तक पूर्ति की है। प्रदेश में जो बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई से छूट गए हैं ऐसे बच्चों की तलाश कर उन्हें घर पर ही शिक्षण सामग्री (Teaching Material) उपलब्ध करवाने की कवायत शिक्षा विभाग करने जा रहा है। स्कूल प्रिंसिपलों को ऐसे बच्चों की तलाश करने को कहा गया है, जिनके पास व्हाट्सएप ग्रुपों से जुड़ने के लिए मोबाइल फोन नहीं हैं। शनिवार को प्रदेश विश्वविद्यालय के मानव संसाधन केंद्र की ओर से शिक्षा के बदले स्वरूप को लेकर आयोजित वेबिनार के बाद शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज (Education Minister Suresh Bhardwaj) ने मीडिया को यह जानकारी दी।
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उन्होंने बताया कि ऑनलाइन पढ़ाई से छूटे बच्चों को घर जाकर नोट्स (Notes) दिए जाएंगे। इसके लिए स्कूल के प्रिंसिपलों को इस कार्य के लिए जरूरत के हिसाब से शिक्षकों को स्कूलों में बुलाने के आदेश दिए गए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच शिक्षा क्षेत्र को खोलना अभी आसान नहीं है। इसी के चलते सरकार ने ऑनलाइन पढ़ाई को बढ़ावा दिया है। बच्चों को व्हाट्सएप ग्रुपों, दूरदर्शन से पढ़ाई करवाई जा रही है। सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई करवाने में मोबाइल फोन के अभाव और इंटरनेट कनेक्टिविटी से कई समस्याएं आई हैं। ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई से छूट रहे बच्चों को घरों पर नोट़्स देने का फैसला भी लिया गया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सीनियर सेकेंडरी में 72 फीसदी और प्राइमरी में 62 फीसदी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है।
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