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#RajyaSabha में पीएम नरेंद्र मोदी और गुलाम नबी आजाद की आंखों से क्यों छलके आंसूं
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज सांसदों की विदाई पर संसद (Parliament) के उच्च सदन राज्य सभा (Rajya Sabha) को संबोधित किया। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी भावुक (Sentimental) हो गए और उन्होंने गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) और अन्य सांसदों से जुड़े किस्से भी सुनाए। इस संबोधन के दौरान पीएम भावुक भी हो गए। इसके बाद जब सांसद गुलाम नबी आजाद ने संबोधन किया तो वो भी भावुक हो गए। आपको बता दें कि गुलाम नबी आजाद, शमशेर सिंह, मीर मोहम्मद फैयाज (Mir Mohammad Fayaz) और नादिर अहमद का राज्य सभा कार्यकाल (Rajya Sabha Tenure) पूरा हो रहा है। इसी मौके पर पीएम ने अपने संबोधन (PM Rajya Sabha Speech) में इन सांसदों से जुड़े किस्से भी सुनाए और भावुक हो गए।
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Watch my remarks in the Rajya Sabha. https://t.co/Cte2AR0UVs
— Narendra Modi (@narendramodi) February 9, 2021
दरअसल पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान गुलाम नबी आजाद से जुड़ी एक घटना का जिक्र किया था। ऐसे में जब कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद बोलने के लिए खड़े हुए तो वो भी भावुक हो गए। गुलाम नबी ने बताया कि वो एक ऐसा मौका था जब वो जोर से चिल्लाकर रोए थे। अपने विदाई भाषण में गुलाम नबी आजाद ने बताया कि वो अपने माता-पिता की मौत पर भी चिल्लाकर जोर से नहीं रोए थे, लेकिन उनके जीवन में पांच मौके ऐसे आए हैं जब वो फूट-फूटकर रो पड़े थे। आजाद ने बताया कि संजय गांधी, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की मौत पर मैं चिल्लाकर रोया था। गुलाम नबी आजाद ने बताया कि जब मेरे माता-पिता की मौत हुई थी तो मेरी आंखों से आंसू तो निकले पर मैं चिल्ला-चिल्लाकर नहीं रोया था।
Watch: Leader of Opposition @ghulamnazad's farewell speech in the Rajya Sabha.https://t.co/m9zKDSIxQ3
— Rajya Sabha TV (@rajyasabhatv) February 9, 2021
सांसद गुलाम नबी आजाद ने बताया कि चौथी बार मैं ओडिशा में चिल्लाकर रोया था। आजाद ने उस किस्से को बताते हुए कहा कि मैं अपने पिता को लेकर अस्पताल गया था, वो कैंसर से जूझ रहे थे। इस दौरान डॉक्टर ने बोला कि 21 दिन तक आप कहीं मत जाना। इसी बीच सोनिया गांधी का एक शाम को फोन आया और उन्होंने मुझे ओडिशा जाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि मैं अपने पिता को छोड़कर ओडिशा चला गया और जब मैंने वहां पर सैकड़ों लाशों को समंदर किनारे तैरते हुए देखा तो मैं चिल्लाकर रोया था।
कांग्रेस सांसद ने बताया कि पांचवीं बार मैं चिल्लाकर तब रोया जब गुजरात के यात्रियों पर कश्मीर में आतंकी हमला हुआ था। इस घटना का जिक्र करते हुए पीएम मोदी भी भावुक हो गए थे। गुलाम नबी ने बताया कि गुजरात की टूरिस्ट बस पर आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया था। इसमें लोगों की मौत हो गई थी। इस बीच जब मैं एयरपोर्ट पहुंचा तो वहां छोटे-छोटे बच्चे थे रोते हुए मेरी टांगों से लिपट गए और मेरे मुंह से जोर से आवाज निकली कि ऐ खुदा तूने ये क्या किया। इस दर्दनाक किस्से को राज्य सभा में साझा करते हुए गुलाम नबी आजाद की आंखें नम हो गई थीं।
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने सांसदों के विदाई भाषण में कहा कि मुझे चिंता इस बात की है कि गुलाम नबी जी के बाद जो भी इस पद को संभालेंगे, उनको गुलाम नबी जी से मैच करने में काफी ज्यादा दिक्कत होगी, क्योंकि गुलाम नबी जी अपने दल, देश और सदन की भी चिंता करते थे। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुलाम नबी आजाद की तारीफ भी की। पीएम ने कहा कि मुझे यकीन है कि उनकी दया, शांति और राष्ट्र के लिए काम करने का उनका अभियान हमेशा चलता रहेगा। पीएम मोदी ने इस दौरान गुलाम नबी से जुड़ा हुआ दर्दनाक किस्सा भी बताया। पीएम ने कहा कि गुलाम नबी आजाद जी जब सीएम थे, तो मैं भी एक राज्य का सीए था। एक बार गुजरात के कुछ यात्रियों पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। इस आतंकी हमले में आठ लोग मारे गए थे। पीएम ने कहा कि सबसे पहले मुझे गुलाम नबी आजाद जी का मुझे फोन आया और मुझे बताते हुए उनके आंसू रुक नहीं रहे थे।