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पीएम नरेंद्र मोदी असम में क्यों बोले- विदेश में भारतीय चाय को बदनाम करने की रची जा रही साजिश
Last Updated on February 7, 2021 by Sintu Kumar
असम। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi ) ने आज असम दौरे के दौरान एक रैली में कहा कि भारतीय चाय (Indian Tea) की छवि बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। दरअसल पीएम नरेंद्र मोदी आज असम (Assam) दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान नरेंद्र मोदी ने असम के सोनितपुर (Sonitpur) जिला के ढेकियाजुली में असोम माला (Asom Mala) कार्यक्रम को का शुभारंभ किया। इस प्रोजेक्ट के तहत सड़कों के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा पीएम ने दो अस्पतालों की आधारशिला भी रखी। इसके बाद उन्होंने एक रैली को भी संबोधित किया, जिसमें उन्होंने कहा कि कुछ विदेशी ताकतें हैं जो भारतीय चाय (Tea) को निशाना बना रहे हैं।
आज देश को बदनाम करने के लिए साजिश रचने वाले इस स्तर तक पहुंच गए हैं कि भारत की चाय को भी नहीं छोड़ रहे हैं।
कुछ दस्तावेज सामने आए हैं, जिनसे खुलासा होता है कि विदेश में बैठी कुछ ताकतें चाय के साथ भारत की जो पहचान जुड़ी है उस पर हमला करने की फिराक में हैं: पीएम #NaMoWithNewAssam pic.twitter.com/czV8Xl2WjK
— BJP (@BJP4India) February 7, 2021
पीएम नरेंद्र मोदी ने रैली में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि षडयंत्रकारी भारतीय चाय की छवि को दुनियाभर में खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग तो इतना नीचे गिर गए हैं कि अब भारतीय चाय की छवि को भी नहीं छोड़ रहे है और उसे बिगाड़ने की कोशिश में जुटे हुए हैं। पीएम ने कहा कि कुछ दस्तावेज सामने आए हैं। इन दस्तावेजों से पता चलता कि विदेश में बैठी ताकतें चाय के साथ भारत की जो पहचान जुड़ी है, उस पर हमला करने की कोशिश में हैं।
Addressing a public meeting in Sonitpur district, Assam. https://t.co/LnRt81JyB6
— Narendra Modi (@narendramodi) February 7, 2021
पीएम ने अपने भाषण में कहा कि आपने खबरों में सुना होगा कि कुछ विदेशी ताकतें भारत की चाय की छवि को बदनाम करने की कोशिश में लगी हुई हैं और योजनाबद्ध तरीके से भारत की चाय की छवि को दुनिया में बदनाम करना चाहती हैं। पीएम ने कहा कि कुछ दस्तावेज सामने आए हैं। दस्तावेज से पीएम का इशारा टूलकिट की ओर और स्वीडन की पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग की ओर था। हालांकि पीएम ने अपने भाषण में कहीं भी ग्रेटा थनबर्ग का जिक्र नहीं किया।
बता दें कि ग्रेटा थनबर्ग ने किसान आंदोलन को लेकर एक ट्विवट किया था। इस ट्विट में ग्रेटा थनबर्ग ने लिखा था कि आप किसानों की मदद करना चाहते हैं तो आप इस टूलकिट की मदद ले सकते हैं। बताया जाता है कि इस टूलकिट में भारत के योग, चाय और विश्वगुरु वाली छवि को नुकसान पहुंचाने से जुड़ी हुई चर्चाओं का जिक्र था। हालांकि बता दें कि बाद में ग्रेटा थनबर्ग ने इस टूलकिट को हटा दिया था और इसकी जगह अपडेटिड टूल किट का लिंक शेयर किया था।