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ये हैं दुनिया की सबसे ठंडी जगहें, यहां पर जम जाता है सब कुछ
उत्तर भारत में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ऐसे में लोग अंगीठी, अलाव, हीटर का सहारा ले रहे हैं। अमूमन कई जगहों पर तो पारा शून्य से नीचे चल रहा है। हमारे देश में सर्दियों में ही कड़ाके की ठंड पड़ती है लेकिन दुनिया में कुछ ऐसी जगह भी हैं, जहां पर वर्ष के 12 महीने बर्फ जमी रहती है। यहां पर पानी पीने के बर्फ को पिघलाना पड़ता है। जरा सोचिए कि इन जगहों पर रहने वालों का जीवन कैसा होता होगा। अगर कभी आप को ऐसी जगह पर रहना पड़े तो आप क्या करेंगे। आज हम आप को ऐसी दी कुछ जगहों के बारे बता रहे हैं जो दुनिया में सबसे ठंडी मानी जाती है।
वोस्टोक वैदर स्टेशन(अंटार्कटिका)- अंटार्कटिका स्थित रशिया का ये रिसर्च स्टेशन दुनिया की सबसे ठंडी जगहों में से एक है। 21 जुलाई 1983 को यहां तापमान -89.2 डिग्री सेल्सियस तक गया था। गर्मी के मौसम में भी यहां हालात में ज्यादा बदलाव नहीं होता है। उस वक्त भी तापमान लगभग -32 डिग्री टेंपरेचर पर रहता है.
उलानबाटार (मंगोलिया) – मंगोलिया की राजधानी उलानबटार दुनिया के सबसे ठंडे इलाकों में शुमार है। यहां तापमान कभी -16 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं जाता है। मंगोलिया की तकरीबन आधी आबादी उलानबाटार में ही रहती है। यहां के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल और म्यूजियम देखने टूरिस्ट दूर-दूर से आते हैं।
माउंट डेनाली ( अलास्का)- समुद्र तल से 6,190 मीटर ऊंचा माउंड डेनाली उत्तरी अमेरिका का सबसे ऊंचा पर्वत है। साल 2003 में यहां तापमान -83 डिग्री सेल्सियस गया था. इस पर्वत की चोटी साल के 12 महीने बर्फ और ग्लेशियर से ढकी रहती है।
फोर्ट सेल्किर्क(कनाडा)- कनाडा का यह इलाका युकोन नदी के पास स्थित है। यहां इतनी ठंड पड़ती है कि कोई भी नहीं रहता है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों से सरकार के कुछ वैज्ञानिक यहां शोध के लिए रहने लगे हैं। यहां का न्यूनतम तापमान -75 डिग्री रिकॉर्ड किया जा चुका है।
ओयमयकों (साइबेरिया)- दुनिया की सबसे सर्दीली जगहों में ओयमयकों का नाम 5वें नंबर पर है। इसे उतरी ध्रुव की सबसे ठंडी जगहों में से एक होने का दर्जा हासिल है। यहां की सर्दी बर्दाश्त के बाहर है। यहां आमतौर पर 12 महीने ठंड का मौसम रहता है। यहां का न्यूनतम तापमान -71 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है।
नार्थ आइस( ग्रीनलैंड)- ग्रीनलैंड की यह जगह सबसे खतरनाक सर्दीले इलाकों में है। यहां कोई भी चीज बाहर निकालते ही जम जाती है। इस इलाके में ब्रिटिश सरकार का एक वैज्ञानिक केंद्र स्थापित है। इस इलाके में हमेशा बर्फ गिरती रहती है। यहां का न्यूनतम तापमान -86 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।