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जो प्रशासन ना कर पाया lockdown ने कर दिखाया, प्रदूषित रिवालसर झील हो गई साफ
Last Updated on April 26, 2020 by saroj patrwal
मंडी। देश में कोरोना वायरस( Coronavirus) की रोकथाम के लिए लॉक डाउन किया गया है लेकिन इस लॉकडाउन ( lockdown) के कई सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। पर्यावरण पर लॉक डाउन का काफी सही प्रभाव देखने का मिल रहा है। बात अगर मंडी जिला की प्राचीन रिवालसर झील ( Rivalsar lake) की करें तो इस झील पर भी लॉक डाउन का सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। दिनों दिन बढ़ रहे प्रदूषण के कारण झील पूरी तरह से दूषित हो गई थी लेकिन लॉक डाउन के कारण अब यह झील खुद ही साफ होती हुई नजर आ रही है। कहा जा सकता है कि जिस झील के बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार व प्रशासन काफी हद तक नाकाम रहे वहीं इसकी सफाई में लॉक डाउन में अपनी अहम भूमिका निभा दी है। बैसाखी पर यहां आयोजित होने वाला तीन दिवसीय मेला भी इस बार स्थगित कर दिया गया था जिससे भी झील के प्रदूषण को कम करने में काफी ज्यादा मदद मिली है।
झील में रहने वाली मछलियों को न तो कोई बिस्कुट खिला रहा है और न ही अन्य प्रकार की खाद्य सामग्री इसमें डाली जा रही है। यही कारण है कि झील का पानी अब काफी साफ दिखने लगा है और इसमें रह रही मछलियां भी सुरक्षित माहौल में नजर आ रही हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि वर्षों पहले झील का पानी नीले रंग का होता था और इसी पानी को पीने के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। लॉक डाउन के बाद से झील के पानी का रंग फिर से वैसा ही होने लगा है। लोगों का कहना है कि लॉक डाउन के कारण झील के पास कोई नहीं जा रहा जिससे झील में बढ़ रहा प्रदूषण खुद ही कम हो रहा है।
कहा जा सकता है कि जिस झील के बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार व प्रशासन काफी हद तक नाकाम रहे वहीं इसकी सफाई में लॉक डाउन में अपनी अहम भूमिका निभा दी है। यदि लॉक डाउन के बाद झील की सफाई पर खास ध्यान दिया जाए तो फिर इसका प्रदूषण कम करने के लिए कोई योजना बनाने की जरूरत ही नहीं रह जाएगी और झील अपने पुराने स्वरूप को पुनः प्राप्त कर लेगी।