-
Advertisement

#Covid19 In India : एक करोड़ के पार पहुंचा संक्रमितों का आंकड़ा, 3 लाख से ज्यादा Active Case
नई दिल्ली। कोरोना का कहर देश में अभी भी कम नहीं हुआ है हालांकि कोरोना वैक्सीन परीक्षणों के अंतिम चरण में पहुंचने से राहत जरूर मिली है। इसी बीच भारत (India) में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा एक करोड़ के आंकडे़ को पार कर गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 25,153 नए केस सामने आए हैं। देश में अब तक कोरोना मरीजों की कुल संख्या 10,004,599 हो गई है। कोरोना (Covid-19) से मरने वालों का आंकड़ा 1,45,136 है। अब तक ठीक हुए मरीजों की संख्या 95,50,712 है और कुल एक्टिव मामलों की संख्या 3,08,751 है।
यह भी पढ़ें: Britain में शुरू होगा #Corona_Vaccine का टीकाकरण, #भारत तक टीका पहुंचने की राह मुश्किल
हालांकि देश में पिछले कुछ हफ्तों से कोरोना की रफ्तार धीमी हुई है। नए मामलों में कमी आने के साथ कोरोना मरीजों के ठीक होने की संख्या लगातार बढ़ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक ठीक होने वाले लोगों की कुल संख्या एक्टिव मामलों से करीब 30 प्रतिशत अधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक देश में बीते कुछ हफ्तों में कोरोना वायरस के औसत दैनिक पॉजिटिविटी रेट में लगातार गिरावट आ रही है। हालांकि, भारत में अब भी कोरोना के 3 लाख से अधिक एक्टिव केस हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की दर (Recovery Rate) में वृद्धि हुई है।
#IndiaFightsCorona#Unite2FightCorona
India's #COVID Recoveries have witnessed a steep exponential rise – from 50,000 in May to over 95L in December.
Recoveries are more than 30 times the Active Cases (currently only 3.14% of Total Cases). pic.twitter.com/5iOfvrKej6
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) December 19, 2020
भारत में कोविड-19 की चपेट से ठीक होने वाले मरीजों की दर 95 प्रतिशत से अधिक है। भारत उन देशों में शामिल है जहां कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर सर्वाधिक है। भारत में प्रतिदिन ठीक होने वाले (Recovery Cases) लोगों की संख्या, संक्रमितों की संख्या से अधिक सामने आ रही है। जिससे एक्टिव मामलों का ग्राफ लगातार घटता जा रहा है, जबकि ठीक होने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है।