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सुनो सरकार, एक साल से टीचर नहीं और 39 छात्र लटके बीच मझधार
सिरमौर। राजगढ़ में प्राइमरी स्कूल कारटू देवठी मझगांव (Primary School Kartu Devthi Mazgaon) में एक साल से टीचर ही नहीं है। इस कारण 39 बच्चों का भविष्य अधर में है। अब ग्रामीणों का सब्र खत्म हो चुका है और उन्होंने सरकार व विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। स्कूल प्रबंधन समिति ने बताया कि स्कूल की हालत भी दयनीय है। एक बार शॉर्ट सर्किट (short circuit) हुआ था उसके बाद यहां कई महीनों से बिजली ही नहीं आई। वहीं छात्र बरामदे में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। एसएमसी के प्रधान (Head of SMC) ने कहा कि इस संबंध में बाकायदा प्रतिनिधि मंडल ने एमएलए रीना कश्यप से मुलाकात भी की थी। उन्होंने जल्द अध्यापक देने का आश्वासन दिया था। मगर पांच माह बीतने पर भी अध्यापक नहीं आया।
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लोगों ने बताया कि इससे बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। रोज बच्चे खूलकूद कर ही शाम को वापस घर पहुंच जाते हैं। इस पाठशाला में निर्धन व अनुसूचित जाति के बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। शिक्षा खंड राजगढ़ द्वारा इस स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए वैकल्पिक तौर पर डेपूटेशन पर देवठी मझगांव में क्रमवार शिक्षकों को भेजा जा रहा है। वर्तमान में सीएचटी राकेश शर्मा ड्यूटी दे रहे हैं। वहीं कारटू गांव सुहानी देवी, राधा देवी और प्रदीप ने बताया कि पिछले एक वर्ष से हम टीचर के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। मगर आज तक कोई सुनवाई ही नहीं हुई। वहीं पच्छाद कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी राजकुमार, संजीव शर्मा (Sanjeev Sharma), परीक्षा चौहान, दिनेश आर्य, ने बताया अब सहन नहीं होगा। इधर अध्यापक भेजना ही पड़ेगा। खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी राजगढ़ राजकुमारी ने बताया कि स्कूल में रिक्त पदों बारे उच्चाधिकारियों को लिखा गया है। नए जेबीटी (JBT) अध्यापकों की नियुक्ति होने पर कारटू में स्थाई शिक्षक उपलब्ध करवा दिया जाएगा। तब तक वैकल्पिक व्यवस्था कर दी गई।
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